जेल में बंद सपा नेता अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र अमनमणि त्रिपाठी को दिल्ली में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। अमनमणि को पत्नी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अमनमणि की पत्नी सारा की मौत पिछले साल 9 जुलाई को नेशनल हाईवे नंबर-2 में फिरोजाबाद के पास एक सड़क हादसे में हुई थी। उस दौरान कार में अमनमणि भी था लेकिन आश्चर्यजनक रूप से उसको हादसे में कोई चोट नहीं आई।
ये दावा अमनमणि का था कि दिल्ली जाते वक्त हादसे में सारा की मौत हो गई है। इससे अमनमणि की भूमिका तब ही संदेह के घेरे में आ गई। इसके बाद सारा की मां सीमा सिंह ने आरोप लगाया कि अमरमणि के इशारे पर उनकी बेटी की हत्या की गई है। सारा की शिकायत पर फिरोजाबाद में अमनमणि के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
सीमा ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि अमनमणि की शादी सारा से 2013 में लखनऊ के आर्य समाज मंदिर में हुई थी। लेकिन अमरमणि और उनकी पत्नी मधुमणि इस शादी के खिलाफ थे। सीमा की शिकायत पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए। बाद में सीबीआई ने यूपी पुलिस से मामला अपने हाथ में लेकर तफ्तीश शुरू की। उल्लेखनीय है कि अमरमणि और मधुमणि पहले से ही मधुमिता शुक्ला की हत्या के जुर्म में जेल की सजा काट रहे हैं। अमन मणि को हाल ही में समाजवादी पार्टी ने विधानसभा का टिकट भी दिया है।
अमनमणि त्रिपाठी की गिरफ्तारी से गोमतीनगर के विरामखंड स्थित उसकी ससुराल में खुशी का माहौल है। मधुमिता हत्याकांड के आरोपी व पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि पर अपनी पत्नी सारा सिंह की हत्या का आरोप है। सारा सिंह की मां सीमा सिंह को जैसे ही रात नौ बजे अमनमणि के गिरफ्तारी की खबर मिली वह एक बार फिर बेटी को याद कर फफक पड़ीं। उन्होंने कहा कि अमनमणि को जीने का कोई हक नहीं है। उसे फांसी की सजा होनी चाहिए। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेताओं से अमनमणि का टिकट काटने की भी मांग की। (आगे पढ़ें, अमनमणि व सारा की पूरी कहानी)
अमनमणि व सारा के रिश्ते पर सारा की मां सीमा सिंह का कहना है कि वह नहीं चाहती थीं कि उनकी बेटी किसी राजनीतिक घराने में शादी करे। अमनमणि और सारा की शादी के बारे में उन्हें कई दिन बाद पता लगा। उन्होंने बताया कि अलीगंज के आर्य समाज मंदिर में शादी से पहले ही दोनों ने कोलकाता में लव मैरिज कर ली थी। अमनमणि के परिवारीजनों को शादी का पता लगा तो उन्होंने कोई रुचि नहीं दिखाई। जेल में बंद उसके पिता पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और मां मधुमणि सहित अन्य परिवारीजनों ने सारा को अपनी बहू के तौर पर स्वीकार नहीं किया।
वह भी कभी गोरखपुर स्थित ससुराल नहीं गई। दोनों परिवार में तल्खियां इतनी थीं कि सारा के अंतिम संस्कार में भी अमनमणि के परिवार का कोई सदस्य नहीं आया। सीमा सिंह ने अमरमणि और उनकी पत्नी मधुमणि सहित अन्य परिवारीजनों पर सारा की हत्या की साजिश रचने का आरोप भी लगाया था। अमनमणि से परेशान होकर सारा तलाक मांग रही थी। यही वजह थी कि अमनमणि के पिता ने सड़क हादसे में सारा की हत्या की साजिश रच डाली।
अमन और सारा की दोस्ती उनकी मां सीमा सिंह की आंखों में खटकने लगी थी। इस वजह से उन्होंने सारा को अमन से मिलने से मना कर दिया। शादी से लगभग एक सप्ताह पहले अमन अचानक घर आया और सारा को साथ ले जाने की जिद करने लगा। मां ने मना कर दिया तो सारा मान गई। लेकिन अमन से गुस्से में कहा कि वह सारा का पति है। अमनमणि त्रिपाठी ने दोस्तों के साथ मिलकर उनके घर के सामने ही ताबड़तोड़ फायरिंग की। इससे पूरा परिवार दहशत में आ गया।