अमेरिका और चीन के बीच जारी तनातनी से गहराते ट्रेड वॉर संकट और ओपेक (तेल उत्पादक देश) की ओर से उत्पादन में इजाफे के फैसले के बाद क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। वर्तमान में डब्ल्यूटीआई क्रूड के दाम 65.21 डॉलर प्रति बैरल हैं जबकि ब्रेंट क्रूड के दाम 74.59 डॉलर प्रति बैरल हो गए हैं।
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया का मानना है कि क्रूड की कीमतें अभी आगे और गिर सकती हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने उन पांच बड़े कारणों का जिक्र किया, जिसकी वजह से कीमतों में गिरावट आई है।
ओपेक और डॉनल्ड ट्रंप का बयान: रूस के नेतृत्व में ओपेक और गैर-ओपेक उत्पादक देशों ने साल 2018 के अंत तक तेल उत्पादन में कटौती जारी रखने के लिए सहमति जताई थी, लेकिन ट्रंप की नाराजगी के बाद ओपेक देशों ने मई महीने से उत्पादन में इजाफे का फैसला किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने अपने पूर्व बयान में कहा था कि तेल की कीमतें काफी ज्यादा हैं और इन्हें कम होना चाहिए, जिसके लिए ओपेक कुछ भी नहीं कर रहा है। केडिया ने बताया कि ऐसे में ओवरसप्लाई के चलते कीमतें गिर रही हैं।