क्रिकेट और सट्टे का नाता नया नहीं है. अब इस बारे में नए खुलासे हुआ है. ‘अल जज़ीरा’ ने 18 महीने की जांच के बाद खुलासा किया है कि अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम मुंबई में अपने फिक्सर्स के नेटवर्क के जरिए टेस्ट क्रिकेट गन्दा करने में जुटा है. जांच के अनुसार सटोरिए को सट्टे के लिए क्रिकेट का सबसे छोटा फॉर्मेट यानी टी-20 सबसे ज्यादा रास आता है. मगर D-कम्पनी लंबा फॉर्मेट ही पसंद करती है. लेकिन अल जज़ीरा की जांच से सामने आया है कि दाऊद क्रिकेट के सबसे पुराने और ऊंचे फॉर्मेट टेस्ट मैचों पर लंबे समय से दांव लगा रहा है जिस पर ज़्यादा नजर नहीं रहती.
दोहा में हेडक्वार्टर वाले अल जज़ीरा चैनल ने कैमरे पर दाऊद इब्राहिम के लिए मुंबई से काम करने वाले अनील मुनव्वर को कैद किया. मुनव्वर को अल जज़ीरा के अंडर कवर रिपोर्टर को ये बताते सुना जा सकता है कि माफिया सिंडीकेट कैसे वर्षों से टेस्ट क्रिकेट को दागदार करता आ रहा है.
पढ़िए अंडर कवर रिपोर्टर से मुनव्वर की बातचीत के अंश-
मुनव्वर- कभी छोटी मोटी दिक्कतें होती हैं लेकिन हम संभाल लेंगे.
रिपोर्टर- लेकिन क्रिकेट बोर्ड के भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारियों से कैसे निपटते हैं?
मुनव्वर- असल में, अगर आपके पास पैसा है तो आप कुछ भी कर सकते हैं.
मुनव्वर ने दावा किया कि डी-कंपनी 60 से 70 फीसदी मैचों, ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय, को फिक्स कर सकती है.
मुनव्वर ने बताया, “पांच दिन के मैच में दस ओवर के सेशन में खिलाड़ियों को खराब खेलने के लिए घूस दी जाती है. इससे आपको सट्टा लगाने के लिए अधिक से अधिक मौके मिलते हैं. जहां तक मैच का सवाल है तो उसमें तो दो ही विकल्प होते हैं- हार या जीत.”
मुनव्वर ने ये भी बताया कि कैसे फिक्स्ड स्पॉट्स के बारे में जानकारी अमीर ग्राहकों को प्रीमियम वसूल कर बेची जाती है. मुनव्वर ने कहा, ‘जो हमारे साथ पिछले चार से पांच साल से जुड़े हैं, वो हर मैच, हर टीम पर चार से दस करोड़ रुपये कमा रहे हैं.’
मुनव्वर ने अंडर कवर रिपोर्टर से कहा, ‘मैं तुम्हें टॉस होने के बाद जानकारी दूंगा. जब मैच शुरू होगा और सट्टा मार्केट काम करना शुरू होगा. उस वक्त तक सब कुछ तय हो जाएगा. सेशन (स्पॉट फिक्सिंग वाला) 20 ओवर का होगा या 40 का होगा या 10 का होगा, मैं वॉट्सअप पर बताऊंगा.
मुनव्वर ने ये भी कहा कि उसने इंग्लैंड को 40 लाख रुपए में ‘हासिल’ किया है. लेकिन अल जज़ीरा ने उसे कुछ नहीं दिया. उसकी जगह साथ बैठे एक बिचौलिए को कैश दिया गया. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भ्रष्टाचार के आरोपों को उसने बहुत गंभीरता से लिया है और कतारी न्यूज स्टेशन से असंपादित वीडियो को जांच के लिए सौंपने को कहा है.
आईसीसी ने कहा, “हम ब्राडकॉस्टर के साथ संवाद कर रहे हैं जो सहयोग और जानकारी देने के लिए हमारे बार-बार के आग्रह को नामंजूर कर रहा है जिससे हमारी जांच प्रभावित हो रही है. प्रोग्राम का कंटेंट निश्चित रूप से हमारी जांच के लिए उपयोगी होगा. हम प्रोडक्शन टीम से उसके पास जो भी सारे असंपादित और पहले ना देखे गए साक्ष्य मौजूद हैं वो हमें मुहैया कराए जिससे कि हम जांच को रफ्तार दे सकें.”