भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा और आखिरी टेस्ट धर्मशाला के मैदान पर खेला जाएगा। इस मैच के साथ ही धर्मशाला भारत का 27वां टेस्ट वेन्यू बन जाएगा। इस सीरीज में भारत को पहले ही दो नए टेस्ट वेन्यू मिल चुके हैं। पुणे और रांची के मैदान पर भी पहली बार टेस्ट खेला गया था। सीरीज के इस निर्णायक मैच में भारत के सामने कई चुनौतियां हैं।
ऑस्ट्रेलिया के महान कप्तान ने की विराट की जमकर तारीफचौथे टेस्ट में भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता का सबब है कप्तान विराट कोहली का चोटिल होना। कंधे को चोट से जूझ रहे कोहली का इस मैच में खेलना तय नहीं। हालांकि, कोहली समेत टीम को भी कोहली के खेलने की पूरी उम्मीद है। कोहली के विकल्प के रूप में टीम इंडिया में श्रेयस अय्यर को शामिल किया गया है।
धर्मशाला की पिच तेज रहेगी। ऐसे में टीम इंडिया के सामने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की कड़ी चुनौती रहेगी। भारत भी इस पिच पर अतिरिक्त तेज गेंदबाज को आजमा सकता है। ऐसे में करुण नायर को बाहर बैठना पड़ेगा। हालांकि, कोहली की स्थिति साफ होने के बाद ही टीम की अंतिम एकादश की रूप रेखा तय होगी। जानिए क्या हो सकता है टीम इंडिया की अंतिम एकादश:
सलामी बल्लेबाज
टीम इंडिया की सलामी जोड़ी की बागडोर मुरली विजय और केएल राहुल के हाथों में होगी। दोनों इस सीरीज में अच्छी बल्लेबाजी की है और टीम को एक बार फिर दोनों से शानदार शुरुआत की उम्मीद होगी। टीम चाहेगी कि दोनों इस बार एक शतकीय साझेदारी करें और लंबी पारी खेल कर टीम के स्कोर को आगे बढ़ाएं।
मध्यक्रम
नंबर तीन पर टीम इंडिया की ‘नई दीवार’ चेतेश्वर पुजारा का नाम तय है। टीम के लिए दिक्कत नंबर चार पर है, जहां कोहली का नाम तय नहीं है। मगर कोहली का जुझारूपन उन्हें एक बार फिर मैदान पर लेकर आएगा, ऐसी उम्मीद हर क्रिकेट प्रेमी को है। अजिंक्य रहाणे पांचवे स्थान पर ही खेलेंगे। भारत यदि 5 गेंदबाज खिलाता है, तो नायर को बाहर बैठना पड़ सकता है।
विकेटकीपर और ऑलराउंडर
रिद्धिमान साहा टीम के नियमित विकेटकीपर बल्लेबाज हैं और वो इस जगह के लिए सबसे बड़े दावेदार भी हैं। रांची टेस्ट में 117 रन की शतकीय पारी खेल कर अपना दम दिखा दिया। रविंद्र जडेजा और अश्विन ऑलराउंडर की भूमिका बखूबी निभा रहे हैं। जडेजा ने रांची में तेजी से अर्धशतक जड़ा था।
मुझे कोहली में पोंटिंग नजर आता है : स्टीव वॉ
स्पिनर
टीम इंडिया के पास वर्ल्ड के टॉप दो गेंदबाज आर अश्विन और रविंद्र जडेजा मौजूद हैं। लेफ्ट आर्म स्पिन और ऑफ-स्पिन की इस जोड़ी की असली परीक्षा धर्मशाला में होगी, जहां स्पिन के लिए मदद काफी कम होने की उम्मीद है। इस सीरीज में 21 विकेट चटका चुके जडेजा के पास अपना हुनर साबित करने का यह बड़ा मौका है।
तेज गेंदबाज
यदि टीम 2 तेज गेंदबाजों के साथ उतरती है, तो भुवनेश्वर को बाहर बैठना पड़ेगा। हालाकिं, यदि टीम 3 तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला करती है भुवनेश्वर को मौका मिल सकता है। उमेश यादव और इशांत शर्मा की जगह टीम में तय है। इशांत शर्मा के पास चैंपियंस ट्रॉफी के लिए प्रभाव छोड़ने का यह आखिरी मौका है, क्योंकि वो आईपीएल में नहीं बिक पाए।