प्रदेश सरकार में शामिल होने के बावजूद सरकार की आलोचना को लेकर चर्चा में रहने वाले योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर कुनबे के साथ फावड़ा व कुदाल उठाकर सड़क बनाने में जुट गए हैं. मंत्री का आरोप है कि वे बीते छह महीने से अफसरों से सड़क बनाने की गुजारिश कर रहे थे लेकिन, कोई सुनवाई न होने पर उन्होंने यह कदम उठाया है.
रविवार को है प्रीतिभोज
मंत्री ओम प्रकाश राजभर के बेटे डॉ. अरविंद राजभर की 21 जून को शादी हुई है. रविवार 24 जून को वाराणसी के सिंधोर स्थित पैतृक गांव फतेहपुर कटौना में प्रीतिभोज का आयोजन किया गया है. मंत्री राजभर ने बताया कि इस प्रीतिभोज में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ, पूर्व सीएम अखिलेश यादव समेत कैबिनेट के सभी मंत्रियों व अन्य विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. उन्होंने बताया कि पैतृक घर के सामने रोड बेहद खस्ताहाल है. बीते छह महीनों से वे अफसरों से इस सड़क को बनाने के लिये गुहार लगा रहे थे. लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई.
सिर में अंगोछा बांध जुट गए
शुक्रवार तक अधिकारियों का इंतजार करने के बाद भी जब रोड निर्माण को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं हुई तो शनिवार को मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अपने परिवारीजनों, रिश्तेदारों को इकट्ठा किया और खुद अपने सिर में अंगोछा बांध उन सभी के साथ फावड़ा व कुदाल लेकर सड़क के समतलीकरण में जुट गए. मंत्री राजभर के बेटे व सुहेलदेव राजभर भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण राजभर ने बताया कि वाराणसी से लेकर लखनऊ तक सैकड़ों बार संबंधित विभाग को सड़क निर्माण के लिये निवेदन किया गया. लेकिन, कोई कार्रवाई न होने के चलते उनके पिता व उन सभी को फावड़ा उठाना पड़ा.
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पीएम मोदी ने भेजा शुभकामना संदेश
मंत्री राजभर ने बेटे के प्रीतिभोज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया था. लेकिन, व्यस्तता के चलते पीएम मोदी ने आने में असमर्थता जताते हुए शुभकामना संदेश भेजा है.