बेंगलुरु : सच ही कहा है कि सपने कभी सच नहीं होते कल तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने का सपना देखने वाली शशिकला सत्ता के सिंहासन पर आसीन होने के बजाय अब बेंगलुरु की सेन्ट्रल जेल में सलाखों के पीछे है.आय से अधिक सम्पत्ति मामले में उन्हें चार साल की सजा सुनाई गई है. जानते हैं जेल में उनकी पहली रात कैसे कटी.
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बता दें कि जेल में शशिकला की रात एक आम कैदी की तरह कटी. उन्होंने जमीन पर सोकर रात गुजारी. उन्हें खाने में दो रोटी, चावल और सांभर दिया गया. उन्हें बैरक नंबर दो में रखा गया है, जहां दो अन्य महिला कैदी भी रहेंगी.सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को शशिकला ने समर्पण किया था. जेल में अब वे मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाएंगी.सुप्रीम कोर्ट ने विशेष सुविधाओं की उनकी मांग भी ठुकरा दी है. स्मरण रहे कि शशिकला लगभग छह माह जेल में पहले ही बिता चुकी हैं.
गौरतलब है कि कोर्ट में आत्मसमर्पण के लिए चेन्नई से रवाना होने से पहले शशिकला ने एक अहम राजनीतिक फैसला लेते हुए जयललिता द्वारा पार्टी से पांच साल पहले निष्कासित किए गए अपने निकट संबंधियों टीटीवी दिनाकरन और एस. वेंकटेश को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया.जबकि ओ पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निकाल दिया.