विवादास्पद व भगोड़े इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक के एक अप्रमाणित दावे को लेकर दिग्विजय ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। जाकिर के दावे को लेकर बुधवार को कई ट्वीट करने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि नाइक ने वीडियो के जरिए बयान दिया है कि सितंबर 2019 में उसके पास पीएम मोदी और अमित शाह का एक दूत भेजा गया था, जिसने उनसे कहा था कि अगर वह जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के भारत सरकार के कदम का समर्थन करता है, तो सरकार उनके खिलाफ दर्ज मामले वापस ले लेगी और वह भारत लौट सकते हैं।
दिग्विजय ने कहा कि जिस जाकिर नाइक को मोदी और शाह ने देशद्रोही करार दिया है, अगर वही शख्स इस तरह का बयान दे रहा है तो उन्हें इसका खंडन करना चाहिए। मेरा प्रश्न है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की ओर से नाइक के इस बयान का आज तक खंडन क्यों नहीं किया गया?
इस बीच, नाइक के दावे को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ दिग्विजय के हमले पर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया। विजयवर्गीय ने कहा, मैं मोदी और शाह की टीम का आदमी हूं। लेकिन मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। दिग्विजय जबरन अफवाह फैलाकर देश का वातावरण प्रदूषित कर रहे हैं।
वहीं, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने माता-पिता का जन्म प्रमाणपत्र दिखा देते हैं, तो देशवासी सरकार को अपने बारे में सारे दस्तावेज मुहैया कराने को तैयार हैं।
दिग्विजय ने कहा कि हम तो कहते हैं कि मोदी अपने पिता और माता का जन्म प्रमाणपत्र हमें बता दें, फिर हम सब कागज दे देंगे। 72 वर्षीय कांग्रेस के राज्यसभा सांसद से एनआरसी विरोधी प्रदर्शनकारियों की इस घोषणा पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी कि अगर देश में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर बनाने की प्रक्रिया शुरू होती है, तो वे कोई भी दस्तावेज नहीं दिखाएंगे।