अपनी आगामी फिल्म ‘मरजावां’ को लेकर अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा बहुत एक्साइटेड हैं. सिद्धार्थ का कहना है, ‘सफल होने का फॉर्मूला कोई नहीं जानता.’ इसी के साथ कुछ फिल्मों के फ्लॉप होने पर उन्होंने कहा कि, ”मैं यह नहीं कहूंगा कि अब मैं पूरी तरह संतुष्ट हो चुका हूं. मुझे लगता है कि अभी तो बस शुरुआत हुई है. मेरा करियर जिस तरह शुरू हुआ, उसके लिए मैं बेहद शुक्रगुजार हूं, क्योंकि यह सबको नसीब नहीं होता.
मेरे परिवार में कोई फिल्मों से जुड़ा भी नहीं था. करियर के शुरुआती दिनों में मैं सिर्फ चलन के हिसाब से फिल्में चुनने की ही कोशिश कर रहा था. पर अब मैं असल मायनों में चुनौतियों को महसूस कर पा रहा हूं और अपने दिल की सुन रहा हूं.” इसी के साथ आगे उन्होंने कहा, ”हां, यह सच है. इन्हीं उतार-चढ़ावों की वजह से मैं बतौर एक्टर और बतौर इंसान बेहतर हुआ. मैंने उन सभी भावनात्मक एहसासों को महसूस किया है, जो फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े तमाम लोग महसूस करते हैं.
मैंने बीते हुए समय के बारे में सोचना बंद कर दिया है. इससे मेरा मन शांत रहता है और मैं यहां चल रही गतिविधियों को लेकर सजग रह पाता हूं. मेरी ऊर्जा का स्तर बना रहता है, मैं अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर पाता हूं और काम को लेकर भूख को बनाए रखता हूं. अब मेरी कोशिश होती है बड़े से बड़े दर्शक वर्ग की पसंद का ख्याल रख पाना.”वहीं आगे अपने काम के बारे में उन्होंने कहा, ”मैं अपने काम में विविधता बनाए रखना चाहता हूं. फिल्म ‘मरजावां’ का किरदार वैसे तो कुछ-कुछ ‘एक विलेन’ और ‘ब्रदर्स’ के किरदारों से मेल खाता है, पर इसमें एक अद्भुत, दिव्य आकर्षण भी है. साथ ही एक्शन की भरपूर खुराक और डायलॉगबाजी भी है.
पहली बार मैं एकदम बॉलीवुड स्टाइल वाले पारंपरिक हीरो का किरदार निभा रहा हूं.ईमानदारी से कहूं तो मेरे लिए इस सफर में नाकामियों को महसूस करना भी उतना ही जरूरी था, जितना सफलताओं को महसूस करना. इससे मुझे मानसिक शक्ति मिलती है. फिल्मी परिवार से न होने के बावजूद यहां तक पहुंचना मेरे लिए आसान नहीं रहा. पर अब मैं यहां जम गया हूं. मुझे पता है कि सबसे बड़ा डर होता है कुछ ऐसा करना, जो किसी ने न किया हो. पर अब मेरे अंदर यह डर नहीं रहा.” आप जल्द ही उन्हें ‘मरजावां’ फिल्म में दमदार अंदाज में देखने वाले हैं.