पाकिस्तान ने तालिबान के हक्कानी नेटवर्क की कैद से अमेरिकी-कनाडाई कपल को पिछले हफ्ते छुड़ाया, लेकिन अमेरिका ने पाकिस्तान की कार्रवाई से पहले ही इस मिशन की पूरी तैयारी कर ली थी। अमेरिकी जांच एजेंसी सीआईए के ड्रोन ने कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के उत्तरी पश्चिम क्षेत्र में उड़ान के दौरान कुछ संदिग्ध तस्वीरें ली थी।
सीआईए को जो तस्वीरें प्राप्त हुई थी उनमें एक आतंकी कैंप में एक महिला और बच्चे नजर आ रहे थे। जांच के बाद पता चला कि यह तस्वीर उस महिला की है जो पांच साल पहले अफगानिस्तान से अपने कनाडाई पति के साथ लापता हुई थी।
एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक जानकारी मिलने के बाद अमेरिकी सेना के नेवी सील की टीम 6 को इस मिशन के लिए तैयार किया गया। इस टीम में ट्रेंड कमांडो शामिल थे। हालांकि यह मिशन काफी खतरनाक था और चिंताओं से भरा हुआ था। इसके देखते हुए पाकिस्तान में मौजूद अमेरिकी राजदूत ने पाकिस्तान सरकार से बात की।
उन्होंने पाकिस्तान सरकार से कहा कि वह इस मुद्दे को हल करे, या फिर अमेरिका खुद इस मसले को हल करेगा। इस संदेश से अमेरिका ने अपना रूख साफ कर दिया कि यदि पाकिस्तान कार्रवाई नहीं करता है तो अमेरिका उसे एक तरफ करते हुए खुद ही मैदान में कूद पड़ेगा।
पहले भी अमेरिका उठा चुका है ऐसे कदम
अगर ऐसा होता तो यह पाकिस्तान सरकार के अपमान का एक और मौका होता। इससे पहले 2011 में अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार को बिना जानकारी दिए ही उनके देश में घुसकर ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। साथ ही अगर पाकिस्तान इस मिशन में फेल होती तो अमेरिका का उसपर से भरोसा खत्म हो जाता।
पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि जानकारी मिलने के कुछ घंटों में ही उन्होंने इस मिशन की रूपरेखा तैयार की और अमेरिकी-कनाडाई परिवार को बचा लिया। वहीं कैद से छुड़ाये गए बॉयले ने बताया कि अफगानिस्तान में हक्कानी नेटवर्क ने उनकी पत्नी का कई बार रेप किया और उनकी नवजात बेटी को मार डाला।