लुधियाना, कपड़ा कारोबारियों को तो केन्द्रीय जीएसटी काउंसिल ने जीएसटी दरों की बढ़ोतरी को रोलबैक कर राहत प्रदान कर दी है। लेकिन अब जूता कारोबारियों पर महंगाई की मार जीएसटी की बढ़ी दरों के रूप में पड़ी है। इसको लेकर पंजाब की प्रमुख जूता होलसेल मार्केट अकालगढ़ मार्केट में कारोबारियों की ओर से इस मसले को लेकर एक बैठक की गई। इस दौरान केन्द्र सरकार की ओर से एक हजार से कम कीमत के जूतों पर जीएसटी दर को 5 से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किए जाने की सख्त शब्दों में निंदा की गई। इसकाे लेकर अब काराेबारियाें ने विराेध का मन बनाया है।
काराेबारियाें काे झेलनी हाेगी महंगाई की मार
कारोबारियों ने कहा कि इस समय एक हजार से उपर के फुटवियर पर 18 प्रतिशत और एक हजार के नीचे के फुटवियर पर पांच प्रतिशत जीएसटी है। एक हजार से कम कीमत के फुटवियर का निर्माण जहां छोटे कारोबारी करते है, वहीं इसे इस्तेमाल करने वाले भी मध्यम वर्ग के लोग हैं। ऐसे में इस सात प्रतिशत की जीएसटी दर बढ़ जाने से मंहगाई की मार झेलनी पड़ेगी। इस समय पहले ही कोविड के कारण मार्केट पटरी पर नहीं लौटी है और इस तरह के फैसलों से कारोबारियों के साथ साथ आम जनता को महंगाई की मार झेलनी होगी।
लुधियाना होलसेल शू मर्चेंट एसोसिएशन के प्रधान अमृतपाल सिंह ने कहा कि सरकार को इस फैसले पर तत्काल पुर्नविचार करना चाहिए। इसके विराेध में कारोबारियों की ओर से जीएसटी काउंसिल और सरकार के खिलाफ मंगलवार 4 जनवरी काे घंटाघर चौक पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान प्रधान अमृतपाल सिंह, चेयरमैन गुरचरणजीत सिंह, महासचिव राकेश जयरथ, फाइनांस सचिव हरीश नारंग व कुलवंत चावला आदि मौजूद थे।