आगरा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों शुरू होने वाली तीन योजनाओं को पूरा करने में राज्य सेतु निगम कर्ज में डूब जाएगा। 26 अक्तूबर को योगी जिन तीन आरओबी (रेल ओवर ब्रिज) का शिलान्यास करेंगे, उनके लिए हुडको से लोन लिया जाएगा। विभाग इस कर्ज को चुकाने की चिंता में अभी से डूब गया है।
सीएम गुरुवार को सेतु निगम के 162 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले तीन आरओबी को हरी झंडी देंगे। पहला आरओबी एनएच दो (आशाराम बापू आश्रम के सामने) यूपीएसआईडीसी मार्ग पर आगरा-मथुरा रेल सेक्शन के रेल फाटक संख्या 504 है।
इसके लिए 32 करोड़ से अधिक का बजट रखा है। दूसरा 70 करोड़ रुपये से एनएच दो से एनएच तीन को जोड़ने के लिए रुनकता से रोहता मार्ग (दक्षिणी बाईपास) पर ईदगाह-बयाना रेल सेक्शन के रेल फाटक 68 बी/2 ई पर चार लेन आरओबी बनाया प्रस्तावित है।
तीसरा, 60 करोड़ रुपये की लागत से एनएच दो से एनएच तीन को जोड़ने के लिए रुनकता मार्ग पर आगरा-अछनेरा रेल सेक्शन के फाटक संख्या 11 सी/ 2 टी पर फोरलेन आरओबी प्रस्तावित है।
सीएम इन तीनों का शिलान्यास ताजमहल के पास स्थित शाहजहां गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में कर सकते हैं। मगर, इन योजनाओं को पूरा करने के लिए राज्य सेतु निगम के पास बजट नहीं है। बताया जा रहा है कि तीनों योजनाओं के लिए निगम हुडको से 30-30 करोड़ रुपये लोन लेगा।
इनका करेंगे लोकार्पण
उप परियोजना प्रबंधक, राज्य सेतु निगम नवाब सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के हाथों तीन आरओबी का शिलान्यास कराया जाएगा। इन योजनाओं के लिए कुछ बजट सरकार ने स्वीकृत किया है। बाकी के लिए हुडको से लोन लिया जाएगा।
वहीं मुख्यमंत्री गुरुवार को राज्य सेतु निगम की तीन योजनाओं का लोकार्पण भी कर सकते हैं। 10 करोड़ की लागत से खारी नदी अकोला- बेरी मार्ग पर घासी बाबा मंदिर के सामने नदी पर सेतु का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
यमुना नदी पर रुनकता के पास गांव अकबरा और नेरा के बीच नेरा घाट पर सेतु का निर्माण तथा मलपुरा-इटौरा मार्ग पर झांसी-आगरा रेल सेक्शन पर रेल फाटक संख्या 490 सी पर आरओबी का लोकार्पण प्रस्तावित है।