देहरादून, उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख बने हुए हैं। नदी-नाले उफान पर है, जबकि भूस्खलन से आवाजाही चुनौती बनी हुई है। केदारनाथ हाईवे मलबा आने से कई जगह बंद हैं। वहीं बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी मलबा आने से बाधित होता रहा। हालांकि गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर यातायात सुचारु रहा। दूसरी ओर पिथौरागढ़ जिले में थल-मुनस्यारी मार्ग चार दिन से बंद है। दारमा मार्ग बंद होने से चीन सीमा का संपर्क टूटा हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक पांच जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसको लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड में मौसम के तेवर में फिलहाल नरमी नजर आती नहीं दिख रही है। रविवार रात हुई बारिश से चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी में बादल फटने से पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अलावा एक पुलिया भी बह गई है। हालात को देखते हुए नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन ने पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। सोमवार देर शाम को मार्ग दुरुस्त किया गया। आज से आवाजाही शुरू हो जाएगी।
दून-मसूरी में मूसलधार बारिश
मसूरी में रविवार मध्यरात्रि व दून में सोमवार सुबह पांच बजे से सात बजे तक मूसलधार बारिश हुई। इस दौरान मसूरी में 46.7 मिमी व देहरादून में 32.3 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। मालदेवता, रायपुर, जाखन, चकराता रोड, आइएसबीटी, मेहूंवाला में सुबह आठ बजे तक झमाझम बारिश हुई। ¨बदाल व रिस्पना नदियों में उफान आ गया। आठ बजे बाद बारिश थमने से नदियों का जलस्तर पर सामान्य हो गया।
देहरादून के लिए यलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, फिलहाल मौसम के मिजाज में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद नहीं है। मंगलवार को देहरादून, टिहरी, नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ में भारी बारिश हो सकती है। प्रदेश के अन्य भागों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है।