उत्तराखंड के चार जिलों में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या सौ से कम रह गई है। जबकि संक्रमण रोकने के लिए बनाए गए कंटेनमेंट जोन भी घटकर महज चार रह गए हैं। इसके साथ ही राज्य आने वाले कुछ दिनों में पूरी तरह संक्रमण मुक्त होने की कगार पर पहुंच गया है। राज्य में कोरोना संक्रमण की शुरूआत 15 मार्च 2020 को हुई थी। उसके बाद से राज्य में लगातार संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। पहली लहर के तहत मार्च 2021 तक कुल एक लाख मरीज मिले थे। जबकि दूसरी लहर के दौरान अप्रैल 2021 से लेकर मई तक दो महीनों में ही दो लाख के करीब नए मरीज मिले हैं। लेकिन जून महीने की शुरूआत से ही संक्रमण में तेजी से गिरावट आ रही है।
अब राज्य में संक्रमण की दर एक प्रतिशत से नीचे पहुंच गई है। संक्रमण दर में तेज गिरावट की वजह से राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या भी घटकर 2500 से कम हो गई है। चार जिलों में अब सौ से कम एक्टिव मरीज हैं। जिसमें से उत्तरकाशी में पचास, यूएस नगर में 86, टिहरी में 93 और चम्पावत में 95 एक्टिव मरीज शामिल हैं। राज्य में सबसे अधिक 700 के करीब एक्टिव मरीज देहरादून जिले में हैं और अन्य सभी जिलों में इससे कम एक्टिव मरीज हैं।
राज्य में महज तीन कंटेनमेंट जोन
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण बहुत तेजी से फैला और दो महीनों के दौरान ही राज्य में पांच सौ के करीब कंटेनमेंट जोन बनाए गए। लेकिन अब संक्रमण में कमी के बाद कंटेनमेंट जोन की संख्या मजह तीन रह गई है। राज्य में अब देहरादून जिले में एक जबकि हरिद्वार में दो कंटेनमेंट जोन शेष रह गए हैं। ये कंटेनमेंट जोन भी भी अगले कुछ दिनों में समाप्त होने वाले हैं। हालांकि कोरोना के नए डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से खतरा बना हुआ है लेकिन अधिकारियों का मानना है कि अगले कुछ दिनों में राज्य पूरी तरह कंटेनमेंट जोन मुक्त हो जाएगा।