देहरादून: चमोली के जिले की थराली विधानसभा सीट से भाजपा विधायक मगनलाल शाह का रविवार रात करीब 10:25 बजे निधन हो गया। वह 55 वर्ष के थे। उधर, सीएम ने विधायक शाह के निधन पर गहरा शोक जताया है। साथ ही होली मिलन के सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है।
भाजपा विधायक शाह की तबीयत 19 फरवरी को अचानक खराब हो गई थी। परिजन उन्हें लेकर जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उनके फेफड़ों में इंफेक्शन बताया। इस बीच 22 फरवरी को उनकी हालत और बिगड़ गई। डाक्टरों ने निमोनिया के साथ फेफड़ों में संक्रमण बढऩे की बात बताई थी।
तभी से उनका इलाज चल रहा था। रविवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली। मगनलाल शाह इससे पहले भी एक बार पिंडर सीट से विधायक रह चुके हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधायक शाह के निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। साथ ही परिजनों को परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की कामना की। उधर रात ही परिजन शव लेकर पैतृक घर की को रवाना हो गए थे। चमोली जिले के नारायणबगड़ के घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाना है। उनके घर शोक व्यक्त करने वाले लोगों का तांता लगा है।
परिचय-
मगन-लाल शाह विधायक थराली
उम्र- 55 वर्ष
गांव -नलगांव
कारोबार-सर्राफा व्यापारी और ए ग्रेड ठेकेदार
शैक्षणिक योग्यता-10 वीं
राजनीतिक सफर
वर्ष 1992 में मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूरी उन्हें राजनीति में लाए। वह खंडूड़ी के करीबियों में थे। वर्ष 2002 के पहले चुनाव में उन्होंने बीजपी से टिकट मंगा, लेकिन पार्टी ने विश्वास न जताते हुए पिंडर विधानसभा क्षेत्र से गोविंद लाल शाह को टिकट दिया। मगन लाल शाह तब पार्टी के कहने पर मान गए। नतीजन पिंडर विधानसभा क्षेत्र में बीजपी का परचम लहराया।
-2007 विधानसभा सभा चुनाव में एक बार फिर से बीजपी से टिकट की दावेदारी की, लेकिन निराशा ही हाथ लगी और दोबारा पार्टी ने गोविंद लाल शाह पर भरोसा जताते हुए टिकट उन्हें दिया। इस बार मगन लाल शाह ने बगावत करके यूकेडी से टिकट लेकर चुनाव लड़ा, लेकिन जीत बीजपी से उम्मीदवार गोविंद लाल शाह को मिली।
-इसके बाद त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में अपने क्षेत्र पंचायत वार्ड गंडी कफौली क्षेत्र से चुनाव लड़ा ओर क्षेत्र पंचायत सदस्य जीत कर आए।
-वर्ष 2008-9 में नारायणबगड़ विकासखंड के ब्लॉक प्रमुख बने। प्रमुख बनने के समय भी बराबर सदस्यों का समर्थन मिलने के चलते टॉस हुआ था। इसमे मगन लाल शाह जीते ओर प्रमुख बनाए गए।
-वर्ष 2012के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लगातार दो बार विजेता रहे गोविंद लाल शाह की बजाय मगन लाल शाह पर भरोसा जताया और बीजपी के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन इस बार उनके विपक्षी कांग्रेस से उम्मीदवार डॉ. जीतराम ने उन्हें टक्कर मिली। तब मगन लाल शाह लगभग 400 वोट के अंतर से चुनाव हार गए।
-2014 के त्रिस्तरीय पंचायती चुनावो में उनकी धर्मपत्नी मुन्नी देवी शाह चमोली की जिला पंचायत अध्यक्ष बानी।
-वर्ष 2017 के विधानसभा सभा चुनावों में एक बार फिर पार्टी ने मगन लाल शाह पर भरोसा जताया और मगन लाल शाह ने भी इस भरोसे पर खरा उतरते हुए लगभग 4300 के भारी अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी डॉ. जीतराम को हराया।
-2002 से बीजपी के लिए मगन लाल शाह लगातार पार्टी को मजबूती देते रहे। मगन लाल शाह बीजपी के अनुसूचित जाति मोरचे का प्रदेश अध्यक्ष पद भी सम्भाल चुके हैं।