लखनऊ। अल्पसंख्यक इलाकों के इंफ्रास्ट्रक्चर में यूपी ने पड़ोसी राज्यों को काफी पीछे छोड़ दिया है। यूपी को यह बढ़त अल्पसंख्यक कल्याण के मल्टी सेक्टोरल डेवलपमेंट प्रोग्राम (एमएसडीपी) में मिली है। इस योजना में प्रदेश ने दूसरे राज्यों की तुलना में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। दिसंबर 2017 तक की प्रगति में ही यूपी ने कुल बजट का 86 फीसद पैसा खर्च कर लिया है। अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार एमएसडीपी चला रहा है।
इसमें यदि 12वीं पंचवर्षीय योजना को देखा जाए तो उसमें यूपी के 1313 करोड़ रुपये के प्लान मंजूर हुए हैं। इनमें से 1092 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं। प्रदेश सरकार ने 936 करोड़ रुपये खर्च भी कर लिया है। यानी योजना की कुल स्वीकृत धनराशि का 86 प्रतिशत पैसा इस्तेमाल हो चुका है।
एमएसडीपी में यूपी की तुलना में बिहार, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, पंजाब व उत्तराखंड काफी पीछे छूट गए हैं। यह राज्य न सिर्फ बजट के इस्तेमाल में बल्कि योजनाओं के पूरा कराने में भी बहुत पीछे हैं। बिहार, हरियाणा व उत्तराखंड की तो स्थिति काफी खराब है। 11वीं पंचवर्षीय योजना के एमएसडीपी में भी यूपी ने इन राज्यों को काफी पीछे छोड़ रखा है।
अच्छे प्रदर्शन पर यूपी को मिलेगा अधिक पैसा
एमएसडीपी में अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए अब यूपी को इसमें अधिक पैसा मिलेगा। खुद केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने यूपी के प्रदर्शन पर उसकी पीठ थपथपाई है। साथ ही भविष्य में यूपी को और अधिक धन देने का आश्वासन भी दिया है।
एमएसडीपी में किस राज्य की कितनी प्रगति
उत्तराखंड-0.45 प्रतिशत
यूपी में एमएसडीपी के स्वीकृत प्रोजेक्ट
आठ डिग्री कॉलेज, 135 इंटर कॉलेज, 103 प्राइमरी स्कूल, छह पॉलीटेक्निक, 34 आइटीआइ, 22 छात्रावास, 99 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 22 प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र, सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 64 आयुष अस्पताल, 2159 आंगनबाड़ी केंद्र, 1062 टायलेट ब्लॉक, 243 पेयजल लाइनें, 11112 हैंडपंप, 161 पानी के स्टैंडपोस्ट, 55 कंप्यूटर लैब, 574 इंदिरा आवास, 18 सद्भावना मंडप, 538 अतिरिक्त कक्षाकक्ष व 323 अन्य परियोजनाएं।
यूपी की अच्छी प्रगति पर शाबासी
प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मोनिका एस गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले दिनों एमएसडीपी की समीक्षा में यूपी की अच्छी प्रगति पर शाबासी दी है। यूपी ने पड़ोसी राज्यों की तुलना में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। हमें इस प्रगति का फायदा भविष्य में होगा। यूपी को योजनाओं में और अधिक पैसा मिलेगा।