बॉलीवुड हीरोइन्स द्वारा किसी फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल, टाइगर श्रॉफ की फिल्म मुन्ना माइकल में नजर आने वाली एक्ट्रेस निधि अग्रवाल ने एक टॉप ब्रांड के फेयरनेस प्रोडक्ट के एड को करने से मना कर दिया. डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक निधि को फेयरनेस फेसवॉश एड के लिए अप्रोच किया गया था. निधि का मानना है कि ये एक ऐसी चीज है (फेयरनेस एड) जिसे मैं कभी भी एंडोर्स नहीं करना चाहूंगी.
मैं हर तरह के भेदभाव के खिलाफ हूं. ये समाज को एक गलत संदेश देने जैसा है. सूत्रों का कहना है कि फेयरनेस ब्रांड ने इसके लिए निधि को बढ़िया पैसे ऑफर किए थे. हालांकि इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि ऑफर में उन्हें कितने रुपये दिए जा रहे थे. इससे पहले बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर ने भी 9 करोड़ की ऐसी ही डील को खारिज कर दिया था. दरअसल, बॉलीवुड में कुछ एक्टर्स ने फेयरनेस क्रीम्स के विज्ञापन पर ऐतराज जताया. कई नस्लवादी मानते हुए ऐसे विज्ञापन के ऑफर ठुकरा चुके हैं.
नंदिता दास और कंगना रनोट ने तो बाकायदा इसके खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया था. बता दें कि कंगना को एक फेयरनेस क्रीम एड करने के लिए 2 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था. कंगना ने कहा था, वह बचपन से काले-गोरे का भेद नहीं समझ पाई हैं. उन्होंने कहा था, पब्लिक फिगर होने के नाते मेरी कुछ जिम्मेदारियां हैं.
इन हीरोइनों ने भी किया है विरोध
रणबीर कपूर : 2011 में रणबीर कपूर ने फेयरनेस क्रीम का ऐड करने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा था कि ऐसे ऐड्स रंगभेद को बढ़ावा देते हैं. रणवीर कपूर ने 9 करोड़ की डील से इंकार किया था
रणदीप हुड्डा: रणदीप हुड्डा भी लड़कों के फेयरनेस क्रीम के ऐड का प्रस्ताव ठुकरा चुके हैं. उन्होंने कहा कि खूबसूरती का आधार गोरा होना ही नहीं होता.
कल्कि कोचलीन: एक्ट्रेस कल्कि कोचलीन भी ऐसा कर चुकी हैं. उन्होंने कहा कि गोरा होने में बुराई नहीं है लेकिन हमारे समाज में खूबसूरती को रंग से ही आंका जाता है.
स्वरा भास्कर: स्वरा भास्कर को साल 2015 में फेयरनेस क्रीम का ऐड करने का ऑफर मिला था. उन्होंने इस ऑफर को ठुकराते हुए कहा था कि ऐसी सोच को बदलना चाहिए. जो जैसा है, उसे खुद को वैसे ही प्यार करना चाहिए.
अभय देओल: एक्टर अभय देओल ने फेयरनेस क्रीम का ऐड करने वाले बॉलीवुड सिलेब्स पर निशाना साधा था. उनके मुताबिक ये सिलेब्स रंगभेद को बढ़ावा दे रहे हैं. जिनका रंग काला होता है, उन्हें गोरे होने की जरूरत नहीं है. सबको अपने रंग पर गर्व होना चाहिए.