यरूशलम: इजराइल में 1500 साल पुरानी एक विशाल वाइन फैक्ट्री (1500-year-old Wine Factory) की खोज की गई है और यह बीजान्टिन काल (Byzantine Period) से अब तक की सबसे बड़ी ज्ञात वाइनरी है, जिसे देखने के बाद खोज करने वाले वैज्ञानिक भी हैरान हैं. यह विशालकाय शराब कारखाना इजरायल के यवने (Yavne) में खुदाई के दौरान मिला है.
हर साल तैयार होती थी 20 लाख लीटर शराब
इजराइल एंटिक्विटीज अथॉरिटी के अनुसार, यवने में खुदाई के दौरान खोजी गई वाइन फैक्ट्री (Wine Factory) प्रति वर्ष दो मिलियन यानी 20 लाख लीटर शराब का उत्पादन कर सकती है. जानकर हैरानी होगी कि आज के समय में ब्रिटेन में कुल मिलाकर प्रति वर्ष केवल आठ मिलियन यानी 80 लाख लीटर का शराब का उत्पादन किया जाता है, जबकि इस फैक्ट्री में सालों पहले सलाना 20 लाख लीटर शराब तैयारी की जाती थी.
75 हजार वर्गफीट की खुदाई में मिली फैक्ट्री
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल अपने यवने शहर (Yavne City) का विस्तार कर रहा है और उसके लिए शहर के आसपास वाले इलाकों में खुदाई चल रही है, जिसपर पुरातत्वविद (Archaeologists) नजर रख रहे हैं. इजरायल भूमि प्राधिकरण (Israel Land Authority) पिछले दो सालों में अब तक 75 हजार वर्ग फीट की खुदाई कर चुका है, जिसमें विश्व की सबसे प्राचीन और विशालकाय शराब फैक्ट्री मिली है.
खुदाई में अब तक मिलीं ये चीजें
खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों (Archaeologists) को पांच बड़े वाइन प्रेस, उम्र बढ़ाने वाले और शराब की मार्केटिंग करने वाले गोदाम मिली है. यहां तक कि शराब को स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मिट्टी के बर्तनों को बनाने के लिए भट्टियां भी मिली हैं. अच्छी तरह से संगठित और संरचित कारखानों ने क्षेत्रीय शराब उत्पादन को काफी बढ़ा दिया था, वहीं इस शराब फैक्ट्री को गाजा या अशकलोन के नाम से जाना जाता था, जिसे तब पूरे भूमध्यसागरीय क्षेत्र में निर्यात किया जाता था. पानी की खराब गुणवत्ता के कारण बीजान्टिन काल के दौरान लगभग 520 ईस्वी में वयस्कों और बच्चों के लिए शराब पीना आम था.
ऐसे बनाई जाती थी शराब
यवने (Yavne) में खुदाई के दौरान मिली ये शराब फैक्ट्री करीब 2421 स्क्वायर फीट यानी 225 वर्ग मीटर में फैली है और कारखाने के साथ इसके पांचों गोदामों को भी शामिल कर लिया जाए, तो ये एक प्राचीन शहर का एक पूरा औद्योगिक क्षेत्र बन जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, शराब बनाने के लिए ट्रेडिंग फ्लोर पर नंगे पैरों से अंगूर को कुचला जाता था, ताकि रस निकले और फिर कण्वन प्रक्रिया के द्वारा शराब बनाई जाती थी. इसके बाद शराब को स्टोर किया जाता था, जिसके लिए दो विशालकाय अष्टकोणीय आकार के टैंक बने हुए थे.
पुरातत्वविद भी हैरान
शराब बेचने से पहले बनाई गई शराब को गोदाम में रखा जाता था. शराब लंबे बर्तनों में रखा जाता था, जिसे ‘गाजा जार’ के रूप में जाना जाता है. कई जार पूरी तरह से अच्छे हालत में मिले हैं, जबकि सैकड़ों जार अब टूट चुके हैं. रिसर्च में शामिल पुरातत्वविदों (Archaeologists) ने कहा कि इस खोज ने हमें हैरान कर दिया है और पहली बार हमें पता चला है कि इतने बड़े स्तर पर शराब का कारोबार किया जाता था.