यास्मीन चौहान एक महिला बॉडी बिल्डर है और अच्छे-अच्छे पुरुष बॉडी बिल्डरों को भी पटखनी दे चुकी है। यास्मीन के शौक ऐसे हैं कि उसे आयरन वुमन के नाम से जाना जाता है। बाइक चलाने का शौक रखने वाली यास्मीन ने इंडियन बॉडी बिल्डिंग एंड फिटनेस फेडरेशन की ओर से आयोजित मिस इंडिया-2016 का खिताब भी जीता था। वह ग्लैडरेक्स मिसेज इंडिया-2005 का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं।
पहले ऐसा नहीं था। एक समय ऐसा भी था कि यास्मीन में कभी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाता था। 2013 में उन्होंने वेटलिफ्टिंग को अपना करियर बनाना चाहा तो सभी ने उसे मना कर दिया लेकिन वह अपना मन बना चुकी थी और उन्होंने तब इसी को चुना। आज वही वेटलिफ्टिंग उनकी पहचान बन चुकी है। उन्होंने वेटलिफ्टिंग में कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। 37 वर्षीय यास्मीन ने कई खिताब भी अपने नाम किये।
यास्मीन ने 66 किलो में रहते हुए भारी वजन उठाया था। ओपन पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में उन्होंने 150 किलो वजन उठाया था। यास्मीन की शुरुआती जिंदगी अच्छी नहीं रही। वह दो साल की थी जब उनके माता-पिता अलग हो गए। बचपन में एक बीमारी के चलते वह काफी मोटी हो गई थी। साथ वाले दोस्त इसको लेकर काफी मजाक उड़ाते थे तब खुद को फिट रखने के लिए जिम जाना शुरु किया बाद में इसी में करियर बनाने की ठान ली। फिलहाल यास्मीन दो अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रही है जिसका प्रतिनिधित्व भी वह ही कर रही है
उत्तर प्रदेश की रहने वाली यास्मीन ने बॉडी बिल्डिंग की प्रतियोगिता में कई खिताब जीते हैं। वह आम लड़कियों से काफी अलग है। यास्मीन गुड़गांव में खुद का जिम भी चलाती है जहां वे लड़कियों के साथ-साथ लड़कों को भी प्रशिक्षण देती हैं। ‘स्कल्प्ट’ नाम से यास्मीन ने साल 2003 में एक एरोबिक स्टूडियो भी खोला था। इसके बाद यास्मीन ने अपना बिजनेस बढ़ाते उसी में जिम खोल लिया। यास्मीन हर महीने अपने जिम में करीब 300 लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग देती है। इतना ही नहीं अब वह फुल-टाइम जिम इंस्ट्रक्टर भी बन चुकी है।