हमारे अंडर गारमेंट्स अक्सर हमारी अलमारी के उन अनगिनत कपड़ों में से एक होते हैं जिनका जिक्र करने में हम शर्म महसूस करते हैं। हमारे दूसरे कपड़े अंडर गारमेंट्स जैसे ब्रा और अंडरवियर जैसे कपड़ों की तरह छुपे हुए नहीं होते हैं और हम खुलकर उनका जिक्र किसी के ही सामने कर सकते हैं
अंडर गारमेंट्स हमारी उन जरूरतों में से एक हैं जो हमारे शरीर को साफ़-सुथरा रखने में मदद करते हैं । अगर वास्तव में हम नाज़ुक, विशेष वस्तुओं – छोटी बातों का ध्यान रखते हैं तो हमें अपने अंडर गारमेंट्स का भी ध्यान रखना होता है। ध्यान रखने से मतलब उनकी साफ़- सफाई से है।
हम लोग अक्सर कपड़े धोते समय कई ऐसी महतवपूर्ण बातों को नजरअंदाज कर देते हैं जो असल में बहुत जरुरी होती हैं । कुछ लोग लांड्री बैग या वाशिंग मशीन में सारे कपड़े सफेद टीशर्ट , मोज़े , जैकेट और यहां तक कि अंडर गारमेंट्स भी रख देते हैं । कपड़े धोते समय उन सभी कपड़ों को एक साथ धो दिया जाता है। हालांकि कपडों को सही तरीके से धोने के लिए बहुत सी बातों का ध्यान रखना होता है। सबसे जरुरी बात यह है कि हमें सभी कपड़ों के साथ अंडर गारमेन्ट्स को नहीं धोना चाहिए।
100 में से 90 महिलायें कपड़ों के साथ ही अंडर गारमेंट्स को धो देती हैं
शोधकर्ताओं ने इस बात को लेकर जब अध्यनन किया तो यह ज्ञात हुआ कि 100 में से 90 महिलायें कपड़ों के साथ ही अंडर गारमेंट्स को धो देती हैं। ज्यादातर महिलायें समय, पानी और डिटर्जेंट बचाने के लिए इसे अन्य कपड़ों के साथ ही वॉशिंग मशीन में धो देती हैं । पूरी तरह से स्वचालित वाशिंग मशीन ने हमारे लिए चीजों को और भी आसान बना दिया है । कपड़ों को धोने के लिए अब हम वाशिंग मशीन में कपडेआ को डिटर्जेंट के साथ डालकर और पानी चला देते है और कुछ समय बाद सारे कपड़े धुले हुए मिलते है।
ऐसा करते समय हम अंडर गारमेंट्स को भी कपड़ों के साथ ही धो डालते हैं. ऐसा करने से है हमें बचना चाहिए। इसके पीछे निम्न कारण है –
अंडर गारमेंट्स हमरे शरीर के ऐसे हिस्सों से जुड़े होते हैं जहा से हम मल-मूत्र त्यागते हैं । ऐसे में इन कपड़ों में इन्फेक्शन आदि होते हैं जिससे दूसरे कपडे़ में भी इन्फेक्शन बैक्टीरिया चले जाते हैं
ज्यादातर वाशिंग मशीन 15 डिग्री सेल्सियस कपड़ों को धोती है लेकिन हमारे अंडर गारमेंट्स में बैक्टीरिया होने की वजह से उनको आवश्यक तापमान न्यूनतम 40 डिग्री सेल्सियस चाहिए होता है। हमें अपने अंडर गारमेंट्स को अलग गर्म पानी में धोने की आवश्यकता होती है जिससे संक्रमण का खतरा न रहे।
शिशुओं और वृद्ध लोगों में कम प्रतिरक्षा होती है और वो हमारे मुकाबले संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनात्मक होते हैं। उनके कपड़ों को बाकी सब कपड़ों से अलग धोने की जरुरत होती है। यदि घर में कोई बीमार या कमजोर है तो उसके कपड़ों और अंडर गारमेंट्स को सबसे अलग धोना चाहिए जिससे एक दूसरे के कपड़ों में जीवाणु लगने का डर न रहे और इन्फ़ेक्शन से दूर रहा जा सके।