आपकी मेमोरी कितनी तेज़ है, आप कोई भी चीज कितने दिन तक याद रख सकते हैं? क्योंकि हम तो भईया ‘गजनी’ टाईप के हैं (शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस)। हम ये बात इसलिए पुछ रहे क्योंकि कोई ऐसा भी है जिसे 600 वर्षों का कैलेंडर याद है। अब आप खुद ही सोच लो कि ये लड़का है या लड़की। सोचना क्यों, इतनी मेहनत वाला काम लड़कियां ही कर सकती हैं 😉 । हम यह नहीं कह रहे कि लड़के नहीं कर सकते। हां रट्टा मारने में लड़कों से कहीं तेज लड़कियां हैं। ये बात मथुरा की प्रेरणा ने सिद्ध कर दी।
मथुरा की 19 वर्षीय प्रेरणा एक चमत्कार करने जा रही है। अपनी याद्दाश्त के बूते इंडिया बुक में दर्ज हो चुकी प्रेरणा अबलिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने जा रही है। वह सोमवार को वियतनाम के युवक का रिकॉर्ड तोड़ेगी। मतलब लड़के भी याद करने वाला काम कर सकते हैं। हां लेकिन अब तो प्रेरणा ने नया रिकॉर्ड बना दिया है।
प्रेरणा वर्तमान में बीएसए कॉलेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा है। मात्र 9 वर्ष की उम्र में से ही उसमें कुछ कर दिखाने की ललक थी। यही वजह रही कि उसने अपनी मेमोरी को विकसित करना शुरू किया। धीरे-धीरे उसकी मेमोरी बढ़ती चली गई। तीन फरवरी 2016 में प्रेरणा ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए अपने कदम बढ़ाए और अपना नाम दर्ज कराया। 600 वर्षों का कैलेण्डर तो याद ही है साथ ही केमिस्ट्री की पीरिऑडिक टेबल (आवर्त सारिणी) भी रटी पड़ी है। इसी बूते प्रेरणा सेलफोन के 150 नंबर सुनाकर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने के लिए आगे बढ़ी है। अब तक यह रिकार्ड 148 नंबरों के साथ वियतनाम के युवक के नाम दर्ज था।
भईया हमें तो बस वीकेंड याद रहता है 😛 बाकी कोई दिन नहीं, तारीख नहीं। अब जो कैलेण्डर याद करके रिकॉर्ड बना रहा उसकी यादाश्त कितनी तेज होगी, सोच पाना भी मुश्किल है। बादाम तो हम भी खाते हैं, पर कोई असर नहीं दिखा। 😛