वर्जिन उस व्यक्ति को कहा जाता है जिसने कभी भी यौन संबंध स्थापित नहीं किया है।यदि किसी ने एक बार यौनक्रिया कर ली तो फिर वह वर्जिन नहीं रह जाता है क्योंकि उसके द्वारा की जा चुकी यौनक्रिया को अनडू करके वर्जिनिटी को पुन: प्राप्त नहीं किया जा सकता है।
आजकल के लोगों की सोच है की लड़की वर्जिन नहीं है इसका मतलब लड़की कुंवारी नहीं है। ये स्टेटमेंट भारत में किसी भी लड़की के लिए अभिशाप जैसा बन सकता है। उसकी शादी टूट सकती है। आजकल किसी अविवाहित लड़की के लिए वर्जिन न होने का मतलब सीधे कैरेक्टरलेस होने से जोड़ा जाता है। 2015 में एक रिपोर्ट आई थी
जिसमें वर्जिनिटी रिस्टोरिंग ऑपरेशन ‘Hymenoplasty’ के बारे में बताया गया था। उस रिपोर्ट में बताया गया था कि ये ट्रेंड भारत में तेज़ी से बढ़ रहा है।जब कोई महिला पहली बार सेक्स करती है तब हाइमन झिल्ली टूटने पर उसे ब्लीडिंग होती है (जरुरी नहीं पहली बार सेक्स करने पर हर बार ब्लीडिंग हो) और इसी के आधार पर अंदाजा लगाया जाता है कि महिला अब तक वर्जिन थी। लेकिन शादी के बाद जब पति के साथ यौन संबंध बनाने पर ब्लीडिंग नहीं होती है तब पति महिला के चरित्र पर शक करने लगता है।
यही कारण है कि हाइमेन सर्जरी अपना कौमार्य खो चुकी महिलाओं के बीच ज्यादा लोकप्रिय हो रही है। इस सर्जरी में कोई निशान नहीं छूटता और शायद यही वजह है कि इसे करवाने वाली महिलाओं की संख्या बहुत ज्यादा है। योनी से ही एक पतला झिल्ली जैसा टुकड़ा निकाल कर हाइमेन बनाया जाता है। ये प्रोसेस बहुत लंबा नहीं होता और जल्दी ही घाव भर जाता है। जब हाइमेनोप्लास्टी करवाई जाती है तब कुछ हफ्तों तक हेवी वर्कआउट या सेक्स नहीं करना होता। ये प्रोसेस अगर गलत हो जाए तो महिलाओं की जान पर भी बन सकती है इसलिए किसी अच्छे प्लास्टिक सर्जन से ही करवाना सही होता है।