पीएम मोदी ने आगे कहा कि ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग में भारत टॉप 50 देशों में शामिल है और रिसर्च की आत्मा कभी नहीं मरती है. युवाओं के पास रिसर्च और इनोवेशन में आपार संभावनाएं हैं.

पीएम मोदी ने कहा, आज का भारत पर्यावरण की दिशा में दुनिया का नेतृत्व करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. लेकिन एयर क्वॉलिटी और एमिशन की मापने की तकनीक से लेकर टूल्स तक हम दूसरों पर निर्भर रहे हैं. आज इसमें भी आत्मनिर्भरता के लिए हमने बड़ा कदम उठाया है.
नेशनल एटॉमिक टाइमस्केल भारतीय मानक समय 2.8 नैनो सेकंड की सटीकता के साथ देता है. यानी भारत सेकंड के अरबवें हिस्से को भी माप सकता है. वहीं भारतीय निर्देशक द्रव्य अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक क्वॉलिटी सुनिश्चित करने के लिए लैब में जांच और मापांकन में सहयोग कर रहा है. नेशनल एनवायरनमेंट स्टैंडर्ड्स लैबोरेट्री में उन उपकरणों की क्वालिटी चेक की जाएगी जिसके जरिए वायु और औद्योगिक प्रदूषण और उत्सर्जन की जांच की जाती है.
नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव को काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-नेशनल फिजिकल लैबोरेट्री (CSIR-NPL) आयोजित कर रहे हैं, जिसके 75 साल पूरे हो रहे हैं. इस कॉन्क्लेव की थीम है मेट्रोलॉजी फॉर द इन्क्लूसिव ग्रोथ ऑफ द नेशन.
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