अयोध्या में पैसे लेकर रामलला के दर्शन कराने के मामले की जांच की जाएगी। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे लोगों का ट्रस्ट से कोई लेना-देना नहीं है।
अयोध्या में पैसा लेकर रामलला के दर्शन कराने की शिकायतों की जांच की जाएगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि श्री रामजन्मभूमि मंदिर में पैसा लेकर या टाइम स्लॉट देकर दर्शन की व्यवस्था नहीं है लेकिन कुछ दुर्घटनाएं सामने आयी हैं, जिसकी जांच पुलिस करेगी। ट्रस्ट का इससे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भक्त लाइन में लगकर सहजता से श्री रामलला के दर्शन करते हैं, उन्हें अच्छे दर्शन होते हैं।
बीते कई दिनों से ऐसी खबरें आ रही थीं जिसमें कहा जा रहा था कि कुछ लोग पैसे लेकर और टाइम स्लॉट देकर अयोध्या में रामलला के दर्शन करवा रहे हैं जबकि वहां पर इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। इस पर चंपत राय ने वीडियो बयान भी जारी किया है।
उन्होंने कहा कि सहज रूप से किसी भी श्रद्घालु को रामलला के दर्शन करने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है और अगर दर्शन सुबह सात बजे या फिर रात को आठ बजे के बाद किए जाएं तो और भी कम समय लगता है। मंदिर में पैसे लेकर दर्शन कराने या टाइम स्लॉट देकर दर्शन कराने की व्यवस्था नहीं है। हालांकि, इस तरह की शिकायतें मिली हैं ऐसे लोगों की जांच की जाएगी।
उन्होंने कहा कि रामलला के दरबार में प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही हर रोज करीब सवा लाख से डेढ़ लाख लोग दर्शन कर रहे हैं। मंदिर में सुबह साढ़े छह बजे से लेकर रात साढ़े नौ बजे तक दर्शन कराए जा रहे हैं और सभी को सहजता से दर्शन प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने जनता से सहजता से दर्शन करने की अपील की है और कहा कि पैसे लेकर दर्शन कराने वालों की जांच की जाएगी।