अमेरिका और उत्तर कोरिया की दो दिन तक चली गंभीर शांति वार्ता अब संकट में पड़ती दिख रही है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने उत्तर कोरिया के धमकाने वाले बयान का जवाब दिया है और कहा है कि जब वह अपने आखिरी परमाणु का निरस्त्रीकरण नहीं कर देता तब तक उस पर लगे प्रतिबंधों को हटाया नहीं जाएगा। बता दें कि प्योंगयांग ने वाशिंगटन की परमाणु निरस्त्रीकरण की मांगों को ‘धमकाने वाली’ करार देते हुए उन्हें मानने से इनकार कर दिया था।
उत्तर कोरिया के साथ हुई बातचीत पर अपने जापानी और दक्षिण कोरियाई समकक्षों के साथ चर्चा के लिए टोक्यो पहुंचे पॉम्पिओ ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही। पॉम्पिओ ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि जापानी समकक्ष के साथ उनकी बैठक रचनात्मक हुई और उन्होंने उत्तर कोरियों पर ‘अधिकतम दबाव बनाने’ पर चर्चा की। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री शिंजो आबे से भी मुलाकात की, जिन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उत्तर कोरिया परमाणु प्रस्ताव का मुद्दा वैश्विक एवं क्षेत्रीय स्थिरता दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।