महाराजगंज जिले के नौतनवां से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अमनमणि त्रिपाठी की पत्नी सारा मौत मामले की छानबीन करने गोरखपुर आई सीबीआइ टीम ने कल भी अमन मणि के दोस्तों से पूछताछ की। खास बात यह रही कि अमन मणि के जिन दोस्तों का मोबाइल परसों से आफ मिल रहा था, कल वह सब भी सीबीआइ के जाल में फंस गए।
कवियत्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र अमनमणि की पत्नी की फीरोजाबाद में एक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। सारा की मां सीमा सिंह ने अपनी पुत्री की हत्या जताते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी।
इस मामले में अब तक की छानबीन में हाथ लगे कुछ अहम सुराग की तस्दीक करने के लिए सीबीआइ टीम 18 जनवरी को अब गोरखपुर से महराजगंज भी जा सकती है। फिलहाल आज भी टीम गोरखपुर में अमनमणि के दोस्तों को एक बार फिर से राडार पर लेगी।
मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में सजायाफ्ता पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी के पुत्र अमन मणि, पत्नी सारा सिंह के साथ नौ जुलाई, 2015 को लखनऊ से दिल्ली जा रहे थे। रास्ते में सिरसागंज के पास सारा सिंह की मौत हो गई थी। पुलिस के सामने अमन मणि ने सड़क हादसे में पत्नी की मौत का दावा किया। उन्होंने बताया कि अचानक सामने आई बच्ची को बचाने के प्रयास में उनकी कार सड़क के नीचे जा गिरी थी। सारा की मां ने घटना को हादसा मानने से इन्कार कर दिया। उनकी मांग पर मामले की जांच सीबीआइ कर रही है।
इसी सिलसिले में सीबीआइ की एक टीम छह दिन से गोरखपुर में डेरा डाले है। अभी तक एक सिपाही व छात्रनेता सहित कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है। सारा सिंह की मौत से पहले सिपाही ने छात्रनेता के कहने पर उनके मोबाइल की काल डिटेल निकलवाकर अमन मणि को उपलब्ध कराया था। सिपाही और छात्रनेता सहित अन्य लोगों से पूछताछ में हाथ लगे तथ्यों को सीबीआइ टीम क्रास चेक करने में जुटी है।