दक्षिण भारत में आए तूफान ‘ओखी’ ने लोगों के लिए परेशानियां खड़ी कर दी हैं। तूफान ने तमिलनाडु और केरल के कई हिस्सों को प्रभावित किया है। चेन्नई, मदुरई, कन्याकुमारी व अन्य क्षेत्रों में तूफान के आतंक की वजह से स्कूलों को बंद कर दिया गया है। हालातों पर काबू पाने के लिए कोच्चि में नेवी की 5 शीप्स को तैनात किया गया है, साथ ही लक्षद्वीप पर 2 शीप्स स्टैंडबाय पर रखी गई हैं।बताया जा रहा है कि 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए हैं और करीब 45 मछुआरे अभी भी लापता हैं। वहीं केरल में भारी बारिश का कहर लगातार जारी है। इससे पहले मौसम विभाग के एक अधिकारी ने मुताबिक तूफान से हवा की गति 65-75 किमी प्रति घंटा होने की आशंका जताई और कहा था कि इससे समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
अधिकारी ने बताया कि तूफान ओखी तिरुवनंतपुरम से करीब 130 किमी दक्षिण पश्चिम में स्थित है, जिसका लक्षद्वीप द्वीप क्षेत्र की ओर बढ़ने की संभावना है। दक्षिणी तमिलनाडु के कन्याकुमारी, तूतीकोरिन और रामनतपुरम जिलों सहित तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को अगले 24 घंटों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई।
इस तूफान को ओखी नाम बांग्लादेश ने दिया है। वहीं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओखी तेज बारिश और हवाओं के साथ लक्षद्वीप की ओर भी बढ़ रहा है। मंत्रालय में सचिव माधवन राजीवन ने कहा कि अरब सागर के दक्षिणी हिस्से में स्थित इस द्वीप समूह पर कल मूसलाधार बारिश हो सकती है और तेज हवाएं चल सकती हैं।
राजीवन ने कहा कि यह (चक्रवात) दो दिसंबर को द्वीप समूह को छू जाएगा। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्काईमेट’ के उपाध्यक्ष महेश रावत ने कहा कि भारी बारिश से लक्षद्वीप में बाढ़ की स्थिति पैदा होने की आशंका है।