केंद्र सरकार ने चीन जैसे दूसरे मुल्कों से बनकर आने वाले राष्ट्रीय ध्वज के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. विदेश व्यापार महानिदेशालय की ओर से जारी की गई एक अधिसूचना में कहा गया है कि फ्लैग कोड ऑफ इंडिया में निर्धारित मानकों का पालन नहीं करने की वजह से राष्ट्रीय ध्वज का आयात नहीं किया जा सकेगा.
निर्धारित मानकों का पालन नहीं करने वाले तिरंगे का आयात बड़े पैमाने पर हो रहा था. घरेलू उद्योग की ओर से इसके खिलाफ शिकायत मिलने के बाद सरकार ने यह फैसला लिया है. ऐसे अधिकतर झंडे प्लास्टिक से बने होते हैं और अधिकांश चीन से आयातित होते हैं.
खादी एवं ग्रामोद्योग उद्योग ने (KVIC) ने सरकार के इस फैसले को खादी के कारोबार से जुड़े लाखों शिल्पकारों के लिए दिवाली गिफ्ट बताया है. KVIC का कहना है कि फ्लैग कोड के अनुसार, हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सिर्फ हाथ से काते गए और बनाए गए ऊन, कॉटन, सिल्क खादी से ही तैयार किया जा सकता है.
इतना ही नहीं, राष्ट्रीय ध्वज तैयार करने के लिए खादी ग्रामोद्योग कमीशन से स्वीकृत कपड़े का ही उपयोग किया जा सकता है. आपको बता दें कि देश में बड़े पैमाने पर ऐसे राष्ट्रीय ध्वज बिक रहे हैं जो या तो प्लास्टिक के होते हैं या फिर बिना खादी के कपड़े के.
इनसे खादी ग्रामोद्योग कमीशन की बिक्री पर भी प्रतिकूल असर पद रहा था. KVIC ने गौर किया कि गत दो वर्षों से उसके द्वारा तैयार किए गए राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री में गिरावट आ रही है.