वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक के ऐतिहासिक फैसले लोगों के दिलो-दिमाग में छाए हुए हैं। इन फैसलों की मीडिया से लेकर सोशल मीडिया और राजनीतिक क्षेत्र में तरह-तरह से चर्चा हो रही है। वीडियो गेम्स आए, वीडियो क्लिप चलीं तो चुटकुले बनाने वालों को भी नया मसाला मिल गया। बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों ने इसका अपने-अपने तरीके से आनंद लिया। अब मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी समेत पूर्वांचल में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के जश्न में आसमान में नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक का जलवा दिखेगा। वाराणसी के बाजार में ‘मोदी के नोट लेकर आओ’ स्लोगन लिखी पतंग आ गई है। लोग इस पतंग को मकर संक्रांति पर लहराने के लिए बेताब हैं। बाजार में आई पतंग पर पीएम मोदी की फोटो के साथ ही दो हजार के नए नोट को भी छापा गया है। इस पर मकर संक्रांति पर धरती से लेकर आकाश तक मोदी की पतंग लहराएगी। वहीं, ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ वाली पतंग भी लोग खूब खरीद रहे हैं। मोदी वाली पतंग पांच रुपये से लेकर 50 रुपये तक में बिक रही है।
वाराणसी के बाजार पीएम मोदी की पतंगों से भरे
गौरतलब है कि वाराणसी के बाजारों में आई ऐसी ही पतंगों की धूम है। ग्राहक ऐसी पतंगों में खासी दिलचस्पी दिखा रहें हैं। वहीं, दुकानदार भी इस मौके पर मुनाफा कमा रहे हैं। पतंग उड़ाने वाले खरीददार नारायण का कहना है कि चारो तरफ नोटबंदी की चर्चा है। जब जमीन पर इसकी चर्चा हर गली हर मकान में हो रही है तो आसमान में क्यों नहीं। इसलिए हम लोग ऐसी पतंग ज्यादा पसन्द कर रहे हैं जिनमे नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक के स्लोगन बने हुए हैं।
बाजारों में आई नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक की पतंगेंवहीं, वाराणसी के दालमण्डी, औरंगाबाद और सराय हड़हा में सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी की पतंगें हाथों-हाथ बिक रही हैं। यहां तक कि अब इन पतंगों की कमी भी हो गई है। खरीदारों की माने तो पीएम मोदी के इन दोनों फैसलों को वे पर्व के जरिए दूर-दूर तक पहुंचाएंगे तो वहीं पतंगों की बिक्री से दुकानदार भी काफी खुश हैं। फिलहाल बाजार में इन पतंगों का रेट साढ़े तीन रुपए से पांच रुपए तक है। दूकानदार शम्शाद का कहना है कि नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद लोगों में इसे लेकर काफी चर्चाएं हैं।
वाराणसी की पतंगबाजी विश्व प्रसिद्ध है
वाराणसी की पतंगबाजी विश्व प्रसिद्ध है। ऐसे में इस स्लोगन के साथ बनी पतंगों को देखकर पतंग लेने वाले ग्राहक इसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं। यही कारण है कि हर वर्ष मकर-संक्रांति के पहले यहां पतंगों के बाजार में धूम होने लगती है और बाजारों में राजनैतिक चेहरों की पतंगें खूब बेची जाती हैं। लेकिन इस बार की पतंगों में अन्य राजनैतिक दल के चेहरें कम और पीएम मोदी की सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी ही छाई हुई है