नोटबंदी के बाद के घटनाक्रमों से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कर्मचारी अपमानित महसूस कर रहे हैं। RBI के कर्मचारियों ने शुक्रवार को गवर्नर उर्जित पटेल को एक चिट्ठी लिखकर अपना विरोध दर्ज कराया है।
– कर्मचारियों ने पत्र में कहा है कि नोटबंदी की प्रक्रिया के क्रियान्वयन में कुप्रबंधन और सरकार द्वारा करंसी संयोजन के लिए एक अधिकारी की नियुक्ति कर केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को चोट पहुंचाने का विरोध किया है।
– इस कुप्रबंधन से RBI की छवि और स्वायत्तता को इतना नुकसान पहुंचा है कि उसे दुरुस्त करना काफी मुश्किल है। इसके अलावा मुद्रा प्रबंधन के आरबीआई के विशेष कार्य के लिए वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति को कर्मचारियों ने जबर्दस्त अतिक्रमण बताया।
– पटेल को संबोधित इस पत्र में यूनाइटेड फोरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स एंड एंप्लायीज की ओर से कहा गया है, रिजर्व बैंक की दक्षता और स्वतंत्रता वाली छवि उसके कर्मचारियों के दशकों की मेहनत से बनी थी, लेकिन इसे एक झटके में ही खत्म कर दिया गया। यह अत्यंत दुख का विषय है।
– इस पत्र पर ऑल इंडिया रिजर्व बैंक एंप्लायीज असोसिएशन के समीर घोष, ऑल इंडिया रिजर्व बैंक वर्कर्स फेडरेशन के सूर्यकांत महादिक, ऑल इंडिया रिजर्व बैंक ऑफिसर्स असोसिएशन के सी. एम. पॉलसिल और आरबीआई ऑफिसर्स असोसिएशन के आर. एन. वत्स के हस्ताक्षर हैं।
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