आज के समय में जिस लाइफस्टाइल को हम जी रहे हैं, उसमें फिट रहना मुश्किल है. बीमारियां और शरीर में तमाम कमियां इसी कारण पैदा होती है. गलत लाइफस्टाइल की यह समस्या पुरुषों के फर्टिलाइजेशन प्रोसेस पर अटैक करती है. इसके लिए जरूरी है कि ये जड़ी बूटियां न केवल शारीरिक क्षमता को बढाती हैं बल्कि इससे फर्टिलिटी भी सुधरती है और स्ख्लन की समस्या भी दूर होती है. ये ऐसी जड़ी-बूटियां है जो प्राचीन काल में राजाओं द्वारा भी प्रयोग किया जाता था. अपनी शारीरिक शक्ति और पौरुष के लिए राजा इन बूटियों को लिया करते थे. तो चलिए जानते है इनके बारें में…
शिलाजीत: शिलाजीत स्तंभन यानी शीघ्र स्ख्लन की दिक्कतों को दूर करने वाला माना जाता है. शिलाजीत लिंग के रक्त के संचलन को बेहतर बनाने का काम करता है. इससे सेक्स के दौरान शीघ्र स्खलन की समस्या कम होती है. शीलाजीत टेस्टोस्टेरोन, शुक्राणुजनन, शुक्राणु गतिशीलता, पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ने माना जाता है. इतना ही नहीं ये महिलाओं में ओवोजेनेसिस में वृद्धि करता है. शिलाजीत चार रूपों में उपलब्ध है – लाल, काले, नीले और पीले उनमें से, काली रूप सबसे प्रभावी माना जाता है. शिलाजीत कभी भी बड़ी मात्रा में नहीं लेना चाहिए खुराक को धीरे-धीरे बढ़ाना चाहिए. शुरुआत में प्रति दिन 300 मिलीग्राम से 500 मिलीग्राम तक का उपभोग किया जा सकता है.
तालमखाना: तालमखाना वीर्य विसंगतियों के उपचार के लिए इस्तेमाल होता है. अगर शुक्राणु की गुणवत्ता यानी फर्टिलिटी समस्या है तालमखाना सबसे कारगर है. तालमखाना रक्त के संचरण को अपने जननांगों में सुधार करने के लिए जाना जाता है. तालमखाना यौन शक्ति बढ़ाने के लिए घरलू उपाय के रूप में जाना जाता है.
अश्वगंधा: अश्वगंधा यौन समस्याओं का रामबाण होता है. ये तनाव के स्तर को भी नियंत्रित करता है और अपने तंत्रिका तंत्र को सुधारता है . अश्वगंधा एक कामोत्तेजक औषधिय मानी जाती है. इसके इस्तेमाल से पुरुषों में नाइट्रिक ऑक्साइड उत्पादन बढ़ता है और इससे रक्त वाहिकाएं जननांगों तेजी से एक्टिव हो जाती हैं. अश्वगंधा के कैप्सूल या टैबलेट लेते समय सेनोलिड्स के कंसंट्रेशन की जांच जरूरी करें अगर ये अधिक है तो आपको कम संख्या में कैप्सूल या टैबलेट लेने की आवश्यकता होगी.
सफेद मूसली: सफेद मूली का पाउडर रोज सुबह और शाम मिश्री या फिर दूध के साथ लें. ऐसा करने से शारीरिक कमजोरी और सेक्स की दुर्बलता कम होगी. पुराने समय में राजा महराजा भी इसका इस्तेमाल करते थे.
शतावरी: शतावरी बांझपन का अचूक इलाज माना जाता है. शुक्राणुओं के उत्पादन को तेजी से बढ़ाता है. शतावरी एक कामोत्तेजक है. यह महिलाओं के लिए भी कारगर है. शतावरी में ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने वाला होता है. शतावरी महिला हार्मोन के स्तर को विनियमित करने के लिए जाना जाता है. पुरुषों में सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.