एमपी-एमएलए की विशेष कोर्ट में निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी गई है। मामले में सुनवाई के लिए अगली तारीख 31 अगस्त तय की गई है। मामले में राहुल गांधी के वकील ने जवाब दाखिल कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपनाम को लेकर अभद्र टिप्पणी के मामले में निगरानी याचिका पर जवाब दाखिल किया गया। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ दायर परिवाद खारिज करने के निचली अदालत के आदेश को चुनौती दी गई है। जवाब दाखिल होने के बाद एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश हरबंस नारायण ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 31 अगस्त की तारीख तय की है।
इससे पहले राहुल गांधी के वकील प्रांशु अग्रवाल ने जवाब दाखिल किया और वादी दिलीप श्रीवास्तव के वकील राजेश श्रीवास्तव और प्रवीण सिंह को जवाब की प्रति उपलब्ध कराई। बता दें, वादी दिलीप ने अदालत में राहुल गांधी के खिलाफ परिवाद दायर करके आरोप लगाया था कि 18 मार्च 2018 को एआईसीसी की मीटिंग में कांग्रेस नेता ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री की तुलना ललित मोदी और नीरव मोदी से की है। ललित-नीरव भ्रष्टाचार में लिप्त थे।
आरोप है कि राहुल ने यूट्यूब के जरिये समाज में प्रधानमंत्री के उपनाम मोदी को लेकर मानहानि कारक टिप्पणी की है। सुनवाई के बाद निचली अदालत ने इस परिवाद को खारिज कर दिया था। निचली अदालत के इस आदेश को एमपी-एमएलए की विशेष कोर्ट में चुनौती दी गई है।