लखीमपुर खीरी में होली पर प्रधान के बेटे की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि शराब को लेकर उसका दोस्त से विवाद हुआ था। इसी दौरान दोस्त ने तमंचे से उसे गोली मार दी। परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
लखीमपुर खीरी के सदर कोतवाली क्षेत्र में होली पर सोमवार शाम आपस में हुए मामूली विवाद में युवक ने दोस्त को गोली मार दी। गोली दोस्त के सीने में लगी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक उज्जवल ग्राम मिर्जापुर सुनौरा की प्रधान रेखा बाजपेई का इकलौता पुत्र था। मंगलवार को डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम हाउस पर भाजपा नेता भी पहुंचे।
मोहल्ला राजगढ़ निवासी उज्ज्वल उर्फ सागर बाजपेई (24) और अभिषेक शुक्ला आपस में अच्छे दोस्त थे। सोमवार की शाम दोनों का किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान गुस्साए अभिषेक ने उज्जवल को तमंचे से गोली मार दी। घटना में उज्ज्वल गंभीर रूप से घायल हो गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है।
शराब को लेकर विवाद होने की चर्चा
शहर के बीचोंबीच गोली मारकर हत्या की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। मौके पर सीओ, इंस्पेक्टर सहित फोर्स मौके पर पहुंच गया। पुलिस को मौके से बीयर केन और सिगरेट भी बरामद हुई हैं। सूत्र बताते हैं कि विवाद शराब को लेकर हुआ है। नशे में होने के कारण अभिषेक ने उज्जवल पर गोली चला दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम हाउस पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह के अलावा कई राजनीतिक दलों के नेता भी पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाया। उज्जवल के घर पर 15 साल से प्रधानी हैं। हत्यारोपी भी पूर्व प्रधान का बेटा बताया जा रहा है। इधर, सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर अंबर सिंह ने बताया कि आरोपी अभिषेक के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बुझ गया चिराग, धरी रह गईं परिजनों की उम्मीदें
जब उज्जवल जन्म हुआ था तो पिता प्रेम बाजपेई सहित अन्य सदस्य काफी खुश थे। 24 साल में ही उसकी हत्या कर दी गई। जवान बेटे की मौत का सदमा परिजन सहन नहीं कर पा रहे। मृतक उज्जवल की करीब डेढ़ साल पहले शादी हुई थी। चार-पांच महीने का पुत्र है।
कहीं पुरानी रंजिश में तो नहीं की गई उज्जवल की हत्या
पुलिस तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच पड़ताल कर रही है। सूत्रों की मानें तो कहीं पुरानी रंजिश के चलते तो उज्जवल की हत्या नहीं की गई। क्योंकि हत्यारोपी और मृतक के पिता प्रधान और पूर्व प्रधान रह चुके हैं। इधर, मृतक और हत्यारोपी भी आपस में दोस्त थे। उज्जवल की माता रेखा बाजपेई बेहजम के ग्राम मिर्जापुर सुनौरा की प्रधान हैं। वहीं इनके पिता भी दो बार उक्त गांव में प्रधानी जीते चुके हैं। इधर हत्यारोपी के पिता हरिओम खमरिया के पंडितपुरवा के पूर्व प्रधान रहे हैं।