संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंतोनियो गुतारेस का कहना हे कि आज भगवान बुद्ध के एकता के संदेश, ‘दूसरों की सेवा’ आज बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि मानवता कोविड-19 महामारी की वजह से प्रभावित हो रही है।
इस समय साथ मिलकर काम करने से ही कोरोना वायरस को राष्ट्रों में फैलने से रोका जा सकता है। बैशाख शुक्ल पूर्णिमा से एक दिन पहले यूएन प्रमुख ने यह बात कही।
बता दें कि ‘वेसाक दिवस’ भगवान बुद्ध के जन्म, उन्हें बुद्धत्व की प्राप्ति और उनके निर्वाण की स्मृति में मनाया जाता है। बैशाक बुद्ध पूर्णिमा के तौर पर मनाया जाता है, यह दुनिया में बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए सबसे पवित्र दिन होता है। कई हिंदू भी इस दिन को पवित्र मानते हैं।
यूएन चीफ ने कहा, ‘जब हम भगवान बुद्ध के जन्म, उन्हें बुद्धत्व की प्राप्ति और उनके निर्वाण को याद कर रहे हैं, ऐसे में हम उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा ले सकते हैं। मानवता कोविड-19 वैश्विक महामारी से पीड़ित है, ऐसे में हमें एक सूत्र याद आ रहा है, ‘क्योंकि आप सभी मनुष्य बीमार है, इसलिए मैं भी बीमार हूं’।’
गुतारेस ने कहा कि भगवान बुद्ध का दिया एकजुटता एवं अन्य लोगों की सेवा करने का संदेश पहले से कहीं अधिक महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि हम केवल मिलकर ही कोरोना वायरस को रोक सकते हैं और उससे उबर सकते हैं।
दुनियाभर में लाखों बौद्ध अनुयायी वेसाक दिवस मनाएंगे, ऐसे में गुतारेस ने सभी देशों से अपील की है कि वे करुणा एवं एकजुटता के साथ दूसरों के लिए काम करके और एक शांतिपूर्ण दुनिया के निर्माण की प्रतिबद्धता दोहरा कर भगवान बुद्ध की शिक्षाओं पर अमल करें।