देहरादून, उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। शनिवार रात पौड़ी जिले के आमसेरा तोक में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। हालांकि, गनीमत रही कि घटना गांव से कुछ दूर होने के कारण जनहानि नहीं हुई। इस दौरान कई संपर्क मार्ग और खेतों की मिट्टी बह गई। इसके अलावा प्रदेश के कई अन्य इलाकों में भी देर रात भारी बारिश हुई। साथ ही मैदानी इलाकों में अंधड़ ने मुश्किल बढ़ाई। मौसम विभाग ने सोमवार को भी चार जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ हाईवे 50 मीटर बहा
रुद्रप्रयाग जनपद में बीती रात्रि को बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 पर रुद्रप्रयाग से 10 किमी आगे श्रीनगर की ओर सम्राट होटल के समीप अचानक अत्यधिक मलबा आने के कारण मार्ग लगभग 150 मीटर क्षेत्र में अत्यधिक मालवा भरा है। 50 मीटर सड़क मार्ग वासआउट हो गया है। उपरोक्त स्थान पर जेसीबी मशीन, पोकलैंड इत्यादि कार्य कर रही हैं। मार्ग को यातायात के लिए सुचारू होने में लगभग 6 से 7 घंटे का समय लगने की उम्मीद है।
पौड़ी के बैंग्वाड़ी गांव से सटे आमसेरा तोक में बादल फटने से अफरा-तफरी मच गई। बारिश के पानी के तेज बहाव में गांव के कई संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए। दो गोशालाओं को भी नुकसान पहुंचा। मलबा आने से पौड़ी-श्रीनगर मोटर मार्ग करीब छह घंटे बंद रहा। ग्राम प्रधान मधु खुगशाल ने बताया कि बादल फटने की घटना तड़के करीब साढ़े तीन बजे की है। तेज बारिश और मलबा बहने की आवाज के चलते ग्रामीण जाग गए और सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़े। गांव की ओर से मलबा आने से एक गोशाला की दीवार भी ढह गई।
इस दौरान गदेरे में भी उफान आ गया। जिससे पौड़ी-श्रीनगर राजमार्ग के समीप पार्क दो दोपहिया वाहन बह गए। सूचना पर प्रशासन की टीम ने घटना स्थल का मुआयना किया और क्षति का आकलन किया। मई में उत्तराखंड में बादल फटने की यह आठवीं घटना है। इससे पहले चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में बादल फटने की घटना हुई थी।
उधर, मलबा आने से थल-मुनस्यारी मार्ग भी आठ घंटे बंद रहा। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में कई संपर्क मार्गों पर आवाजाही बाधित हुई
इधर, देहरादून समेत अन्य कई जिलों में भी देर रात अंधड़ के साथ जोरदार बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश होने का अनुमान है। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं तेज बौछार पड़ सकती है। मैदानी इलाकों में झोंकेदार हवा चल सकती है।
विभिन्न शहरों का तापमान
शहर——-अधिकतम—-न्यूनतम
देहरादून—–33.6——–19.8
उत्तरकाशी–31.4——-20.5
मसूरी——–22.8——-11.9
टिहरी——–24.0——-15.4
हरिद्वार—–34.5——-24.0
जोशीमठ—–25.4——-14.8
पिथौरागढ़—-27.6——-16.0
अल्मोड़ा——29.5——-17.2
मुक्तेश्वर—–24.5——-14.7
नैनीताल——24.5——-11.8
यूएसनगर—-35.2——-20.0
चंपावत——-25.7——-15.8