अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के वनंत्रा रिजॉर्ट में जमीन की खरीद को लेकर जो संशय बना हुआ था वह अब दूर हो गया है। पुलिस जांच में वह संपत्ति अवैध नहीं वैध बताई गई है। वहीं, पुलिस का कहना है कि संपत्ति को कुर्क करना संभव नहीं है, क्योंकि प्रशासन ने एसडीएम यमकेश्वर की जांच में पुलकित आर्य की गंगाभोगपुर में 0.334 हेक्टेयर भूमि की खरीद काे सही पाया है।
डीएम पौड़ी डाॅ. आशीष चौहान ने पुलिस को इसकी रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में पुलिस जांच में संपत्ति अर्जित करने के कारण स्पष्ट नहीं करने, एसडीएम यमकेश्वर की जांच में भूमि की खरीद सही पाने की बात कहते हुए बताया, इस संपत्ति को कुर्क करना संभव नहीं है। वहीं, जिला प्रशासन की रिपोर्ट के बाद प्रभारी एसएसपी पौड़ी जया बलोनी ने कोतवाल कोटद्वार को संपत्ति अर्जित करने के कारण स्पष्ट करने को दोबारा जांच सौंपी।
पुलिस ने छह फरवरी 2023 को हरिद्वार व पौड़ी में पुलकित आर्य की पौने तीन करोड़ की संपत्ति को कुर्क करने की संस्तुति की थी। पुलिस जांच में बताया गया था कि मुख्य आरोपी ने गिरोह बनाकर 2.82 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की है। पुलिस ने हरिद्वार व पौड़ी जिला प्रशासन को बताया था कि अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी सहित अन्य पर 29 अक्तूबर 2022 को गैंगस्टर के तहत थाना लक्ष्मणझूला में मुकदमा दर्ज किया गया था।
मामले की जांच कोतवाल कोटद्वार मणिभूषण श्रीवास्तव को सौंपी गई थी। जांच में पाया गया था कि पौड़ी के यमकेश्वर तहसील में गंगाभोगपुर स्थित वन भूमि पर कब्जा कर वनंत्रा रिजॉर्ट बनाया गया है। रिजॉर्ट की सरकारी दर से कुल लागत 1.6 करोड़ आंकी गई थी। पुलिस की रिपोर्ट मिलने के बाद तत्कालीन डीएम ने मामले की जांच एसडीएम यमकेश्वर को सौंप दी थी।
पुलिस ने जांच में पाया था कि हरिद्वार के विशनपुर इरड़ा अहतमाल में 32 लाख रुपये, सजनपुर पीली में 47.94 लाख और ज्ञान लोक कॉलोनी शेखपुरा कनखल में 61.98 लाख रुपये लागत की भूमि अवैध रूप से अर्जित की गई है। मुख्य आरोपी के पास 40 लाख की ऑडी कार, 14 लाख की सफारी भी है। पुलिस ने हरिद्वार प्रशासन से आरोपी की 1.75 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क करने संस्तुति की थी, लेकिन अभी पुलिस को हरिद्वार जिला प्रशासन से कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
एसडीएम यमकेश्वर की जांच में 0.334 हेक्टेयर भूमि की खरीद सही पाई गई है। संपत्ति कैसे अर्जित की गई, इसके कारण पुलिस जांच में स्पष्ट नहीं है। गैंगस्टर या विचाराधीन अपराध में भी भूमि खरीद नहीं हुई है। जिसके चलते संपत्ति को कुर्क करना संभव नहीं है। मामले में पुलिस को रिपोर्ट भेज दी गई है।
-डाॅ. आशीष चौहान, डीएम पौड़ी।
जिला प्रशासन पौड़ी की रिपोर्ट मिलने के बाद मामले के जांच अधिकारी कोतवाल कोटद्वार को संपत्ति अर्जित किए जाने के कारणों को स्पष्ट करने के लिए दोबारा जांच करने को कहा गया है।
–जया बलोनी, प्रभारी एसएसपी पौड़ी।