नैनीताल : नैनीताल में ठंडी सड़क क्षेत्र में नया स्लाइड जोन बलियानाला की तरह गंभीर खतरा बन गया है। सोमवार रात ठंडी सड़क क्षेत्र में फिर पहाड़ी से भारी भूस्खलन हो गया। मिट्टी, पेड़ व मलबे के साथ विशालकाय बोल्डर सड़क से होते हुए झील में समा गए। जिसके बाद इस सड़क पर आवाजाही बंद हो गई है। वहीं भूस्ख्लन के बाद डीएम, एसडीएम समेत डीएसबी परिसर के प्रोफेसर और कर्मचारी निरीक्षण करने गए थे कि इसी दौरान पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थर आ गए। गनीमत रही कि कोई इसकी चपेट में नहीं आया नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। भूस्खलन से कुमाऊं विवि के केपी हॉस्टल व आसपास के भवन खतरे की जद में आ गए हैं। हास्टल में फिलहाल एक ही छात्रा रह रही थी, जिसको एसआर हॉस्टल में शिफ्ट कर दिया गया है।
रविवार को ठंडी सड़क क्षेत्र में पाषाण देवी मंदिर के आगे की पहाड़ी से भूस्खलन शुरू हुआ था। सोमवार को भी रुक-रुककर पहाड़ी से मलबा व पत्थर गिरने का सिलसिला जारी रहा। जहां रात को फिर भारी भूस्खलन से डीएसबी परिसर के विभागों के भवन के साथ ही हॉस्टल को खतरा पैदा हो गया है। सोमवार को भी भूस्खलन हुआ था। भू-विज्ञानी प्रो. बहादुर सिंह कोटलिया ने इसे नैनीताल के लिए चेतावनी करार दिया है। साथ ही कहा है कि यदि जिला प्रशासन व सरकारी संस्थाओं ने सबक नहीं लिया तो भविष्य में और गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
डीएम ने किया निरीक्षण, ट्रीटमेंट शुरू करने के दिए निर्देश
डीएम धीराज गब्र्याल ने ठंडी सड़क पर भूस्खलन वाली पहाड़ी के साथ ही हॉस्टल क्षेत्र का मौका मुआयना किया। उन्होंने तत्काल पहाड़ी की रोकथाम के लिए ट्रीटमेंट शुरू करने के निर्देश लोनिवि अधिकारियों को दिए। मंगलवार शाम डीएम धीराज गब्र्याल ने लोनिवि और आपदा विभाग अधिकारियों के साथ केपी हॉस्टल और ठंडी रोड का निरीक्षण किया। उन्होंने लोनिवि अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द पहाड़ी की रोकथाम को लेकर ट्रीटमेंट कार्य शुरू कर दिया जाए। पहाड़ी के स्थाई उपचार के लिए भू विज्ञानियों की राय लेकर प्रोजेक्ट बनाया जाए। इस दौरान पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी, एसडीएम प्रतीक जैन, सभासद मनोज साह जगाती, प्रो ललित तिवारी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश कुमार, अपर सहायक अभियंता महेंद्र पाल, जेई डीएस मेहरा आदि मौजूद रहे।
कटाव वाले क्षेत्र को पॉलीथिन से ढका जाएगा
लोनिवि ईई दीपक गुप्ता ने बताया कि सड़क पर गिरे मलबे को हटाने का कार्य पालिका द्वारा किया जाएगा। फिलहाल पहाड़ी पर और भूकटाव न हो इसके लिए पॉलीथिन से ढक दिया जाएगा। पहाड़ी की रोकथाम को लेकर नेटिंग अथवा दीवार लगाने पर विचार किया जा रहा है। जल्द कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
भू-विज्ञानियों से तैयार करवाए रिपोर्ट
डीएम धीराज गब्र्याल ने बताया कि फिलहाल पहाड़ी की रोकथाम को लेकर शार्ट टर्म ट्रीटमेंट शुरू कर दिया जाएगा। स्थायी उपचार के लिए कुविवि के विज्ञानियों की टीम गठित कर पहाड़ी का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा है।