इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रिसर्च (पीएचडी) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) हर साल दी जाती है। आयोग की इस फेलोशिप स्कीम के अंतर्गत इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में रिसर्च कर रहे अधिकतम 50 स्कॉलर्स को हर माह 14 हजार रुपये की सहायता राशि पहले दो वर्ष तक दी जाती है। हालांकि, हाल ही में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा जेआरएफ, एसआरएफ और आरए को मिलने वाली फेलोशिप बढ़ा दी गई है, जिसके अनुसार साइंस और टेक्नोलॉजी में जेआरएफ को अब 37 हजार रुपये प्रतिमाह की फेलोशिप मिलेगी।
यूजीसी द्वारा इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में रिसर्च के लिए दी जाने वाली जूनियर रिसर्च फेलोशिप में पहले 2 वर्षों की अवधि पूरी होने के बाद आयोग की समिति द्वारा उम्मीदवार के रिसर्च वर्क की समीक्षा की जाएगी और संतोषजनक होने पर फेलोशिप को अगले 3 वर्षों के लिए बढ़ाया जाएगा। इस दौरान रिसर्चर्स को सीनियर रिसर्च फेलो (एसआरएफ) के लिए निर्धारित 42 हजार रुपये (नई घोषणा के बाद) प्रतिमाह की फेलोशिप दी जाएगी। हालांकि, यदि रिसर्च वर्क संतोषजनक वहीं रहता है तो उम्मीदवार को एक वर्ष का अतिरिक्त समय जेआरएफ के लिए दिया जाएगा। इसके बाद समीक्षा के आधार पर एसआरएफ के लिए निर्धारित फेलोशिप दी जाएगी। इस स्कीम में फेलोशिप की कुल अवधि पीएचडी तक या अधिकतम 5 वर्ष, जो भी पहले हो, हो सकती है।
इंजीनियर और टेक्नोलॉजी में यूजीसी से जूनियर रिसर्च फेलोशिप प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी या फार्मेसी में न्यूनतम 55फीसदी अंकों के साथ पीजी होना चाहिए। इस फेलोशिप के लिए गेट परीक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी नहीं है। उम्मीदवारों की आयु फेलोशिप मिलने के वर्ष में 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालांकि एससी और एसटी उम्मीदवारों के साथ-साथ सभी वर्गों की महिला उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट दी जाती है।
इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए उम्मीदवार यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट से या नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक स्कीम की डिटेल और अप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। उम्मीदवारों को इस फॉर्म को भरकर आयोग को भेजना होगा।