इंदौर: आपने हिंदी की कहावत तो सुनी ही होगी कि “बूढ़ी घोड़ी और लाल लगाम”. कुछ ऐसा ही हाल आजकल के बूढ़ों का हो गया है जिन्हे अपने आखिरी समय में भी कुछ ना कुछ तूफानी करने की पड़ी रहती है. कुछ ऐसा ही मामला हाल ही में हमारे सामने आया है. जहां एक बूढ़े को शादी करना महंगा पड़ गया. दरअसल, यह मामला धार शहर के रिटायर्ड बिजली कर्मी का है. हाल ही में पुलिस ने तीन लाख रूपय व जेवर लेकर भागी महिला को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार महिला ने पूजा नाम बताकर 60 वर्षीय बूढ़े से शादी की थी. जबकि उसका असली नाम ही हेमा है. फिलहाल पुलिस ने महिला के समेत शादी में भाई का किरदार निभाने वाले युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है. जांच पड़ताल करने पर पुलिस को इनसे 10 हजार रूपए नकद , कुछ जेवरात और एक बिछुड़ी मिली है. बहरहाल, चलिए जानते हैं आखिर यह पूरा मामला क्या था…दरअसल, मंदसोर के निवासी रूप दास बैरागी 60 वर्षीय बिजली कंपनी से रिटायर्ड हो चुके हैं और नौगांव की साईं धाम कॉलोनी में घर बना रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार उनकी पहली पत्नी वंदना का साल 1992 में ही निधन हो गया था. उनकी कोई संतान नहीं थी इसलिए उनका कोई अपना रिश्तेदार भी नहीं था. अपने अकेलेपन और बुढ़ापे से तंग आकर आखिरकार रूप दास ने शादी करने की ठान ली और इसकी चर्चा अपने मित्र अशोक प्रजापत से की.
जिसके बाद बीती 18 नवंबर को उसे 40 से 45 साल की विधवा महिला का नंबर अशोक से मिला. इसके बाद अगले ही दिन अशोक उस महिला को घर लेकर आया जिसका नाम उसने पूजा बताया. इसके इलावा उसने उसके साथ एक अन्य शख्स उसका भाई बताया जिसका नाम उसने जितेंद्र बताया. अशोक ने रूपदास को बताया कि उसको इस परिवार के बारे में किसी प्रकार की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है.
जिसके बाद 22 नवंबर को अशोक ने दोनों की संतोषी माता मंदिर में सिंदूर भर कर शादी करवा दी. शादी संपन्न होने के बाद रूपदास पूजा को लेकर घर चले गए और अलमारी एवं घर की चाबियां सौंप दी. कुछ ही दिन बाद यानी 29 नवंबर को रूप दास बैरागी जब दूसरी मंजिल पर घर की सफाई कर रहे थे, तो उन्होंने पूजा को अपनी मदद के लिए आवाज लगाई.
जब उन्हें कोई आवाज नहीं मिली तो वह नीचे गए. वहां उन्होंने अपनी अलमारी को खुला देखा. अलमारी को नजदीक से देखने के बाद उन्हें पता चला कि उसमें से 3 लाख रुपए नकद और कुछ सोना चांदी के जेवर गायब थे. जिसके बाद उन्होंने अशोक को नंबर लगाया तो अशोक ने कहा कि वह उस से जल्द ही सारे पैसे और जेवर वापस दिलवा देगा.
पैसे ना मिलने पर बेरागी ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी जिसके बाद उन्होंने अशोक को हिरासत में ले लिया. जिसके बाद पुलिस को पता चला कि महिला का कोई ठिकाना नहीं था केवल एक मोबाइल नंबर ही उस तक पहुंचने का एक मात्र रास्ता था. इस के बाद उन्होंने अशोक की पत्नी से फोन पर कहलवा कर कहा कि अशोक काफी बीमार है इसलिए वह जल्दी से घर मिलने आ जाए.
फोन पर अशोक की खबर सुनने के बाद ही पूजा उससे मिलने के लिए पहुंच गई. जिसके बाद पुलिस ने अशोक के समेत उसको गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल, पूजा बनी हेमा का भाई जितेंद्र फरार है. पुलिस को अशोक और हेमा से पांच -पांच हजार नकद और एक बिछुड़ी मिल चुकी है. वही सीएसपी शशिकांत कनकने ने बताया कि महिला और उसकी शादी करवाने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है और तीसरे शख्स की तलाश अभी तक जारी है.