नई दिल्ली: सूरत के पांडेसर में एक सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ है। पुलिस ने पांच साल पहले हुई एक हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। पुलिस ने आशापुरी सोसायटी विभाग-3 के एक मकान की दीवार तोड़कर युवक का कंकाल बाहर निकाला। कंकाल के बाहर निकालने के बाद इलाके में कोहराम मच गया। इसके बाद कंकाल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया। हत्या के आरोपी और 30 से ज्यादा मामलों में शामिल रहे राजू बिहारी को गिरफ्तार कर लिया गया।
मृतक की पहचान खुशीनगर इलाके में रहने वाले किशन के रूप में हुई है। जब पुलिस ने किशन का कंकाल बरामद किया तो परिवार वालों से पता चला कि उनका बेटा किशन गैर कानूनी कामों में लिप्त था। उन्होंने आज तक किशन को तलाशने की कोशिश भी नहीं की। परिवार के किसी सदस्य ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत तक दर्ज नहीं करवाई थी। परिवारवालों ने सोचा कि वह जेल में होगा। पूछताछ में हत्या के आरोपी राजू बिहारी ने बताया कि पांच साल पहले उसने किशन की हत्या करके शव को घर में सीढ़ी के नीचे खाली जगह में चुनवा दिया था।
मुखबिरी से बढ़ी रंजिश-
राजू बिहारी ने बताया कि किशन की मुखबिरी के चलते उसे पुलिस ने पकड़ लिया था। पांच साल पहले किशन पैरोल पर आया था। जेल से आने के बाद उसने किशन को अपने घर शराब पीने बुलाया। यहीं अपने चार साथियों के साथ मिलकर उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव सीढ़ियों के नीचे चुन दिया। शव को दीवार में चुनने की शहर में यह पहली घटना है।
इस तरह हुआ खुलासा-
मामले का खुलासा उस समय हुआ, जब अवैध शराब बेचने के मामले में जेल गया राजू बिहारी पैरोल पर छूटने के बाद दोबारा पेश नहीं हुआ। पुलिस आरोपित की तलाश करते हुए गुरुवार सुबह उसके घर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने खोजबीन की, थोड़ी देर बाद दीवार को देखकर उसे कुछ गड़बड़ होने का शक हुआ।
दीवार तोड़ने पर वहां से एक नर कंकाल मिला। पुलिस के अनुसार, राजू बिहारी के घर से मिला यह कंकाल उसके दूर के रिश्तेदार किशन का है। वह पांच साल से लापता है। मृतक सूरत का ही रहने वाला है। कंकाल की पहचान किशन का कुछ सामान मिलने से हुई है।