नई दिल्लीः घरेलू झगड़े और आये दिन दहेज प्रथा के चलते मौत की घटनाएं मीडिया की सुर्खियां बनी रहती हैं। दहेज के लिए ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर महिलाएं आत्महत्या जैसे कदम उठा लेती हैं या फिर ससुराल वाले हत्या भी कर देते हैं। दहेज प्रथा की वजह से होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए सरकार की ओर से कानून भी बनाए गए हैं। अब ताजा मामला राजस्थान के धौलपुर का है, जहां पुलिस ने जलती चिता से महिला की लाश को निकाल लिया।
मायके वालों की शिकायत के बाद पुलिस ने महिला की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। उनका आरोप था कि दहेज की मांग को लेकर विवाहिता की हत्या कर दी गई। किसी को सूचना दिये बिना ही महिला के शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। वहीं घटना के बाद से आरोपी ससुरालवाले फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।
धौलपुर के कौलारी थाना क्षेत्र के गांव लंगोट में एक वर्ष पूर्व भूरी देवी का विवाह शिवराम के साथ हुआ था। बताया गया है कि भूरी की बीते दिन संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसकी मौत की खबर ससुरालवालों ने मायके वालों को नहीं दी। बताया गया है कि मायके वाले गुपचुप तरीके से भूरी के शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे। ग्रामीणों से भूरी के मायके वालों को घटना की जानकारी हुई। उधर मायके वालों की सूचना के बाद गांव में पुलिस पहुंच गई।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही ससुरालवालों ने भूरी के शव को चिता पर रखकर आग लगाकर फरार हो चुके थे। मौके पर आई पुलिस टीम ने आग बुझाने के बाद भूरी की लाश को चिता से उतार लिया। पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं मायके वालों का आरोप है कि एक वर्ष पूर्व उसका विवाह किया था। इसके बाद से ही भूरी को दहेज की मांग को लेकर परेशान किया जा रहा था। दहेज की मांग पूरी नहीं हुई, इसलिए ससुरालीजनों ने उसकी हत्या कर दी।