पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इस्लामाबाद में बैठे हो या कजाकिस्तान में, पाकिस्तानी सेना का साया उनका साथ नहीं छोड़ता. शुक्रवार को कजाकिस्तान के अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मलेन में नवाज शरीफ सेना के अधिकारी से निर्देश लेते दिखे. यह वाकया शुक्रवार को एससीओ सम्मेलन के दौरान हुआ.
दिलचस्प बात ये है कि नवाज शरीफ जब सम्मेलन को संबोधित करने वाले थे ठीक उसके पहले सेना का एक अधिकारी उनके पास आया और कान में कुछ कहने लगा. शरीफ ने अधिकारी की बात को गौर से सुना और हामी भरी. ऐसे में ये सवाल फिर उठने लगा है कि क्या नवाज शरीफ शंघाई सहयोग संगठन के सम्मेलन में भी सेना की भाषा बोल रहे हैं.
बता दें कि पूरी दुनिया में यह बात सरेआम है कि पाकिस्तान के विदेश मामलों में सेना का दखल है और पाकिस्तान सरकार के फैसले सेना से मशविरा किए बिना तय नहीं होते. ससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे का हाल पूछा.