नई दिल्ली | जिम्नैस्ट दीपा कर्मकार ने ओलिंपिक में महिलाओं के एकल वॉल्ट के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। दीपा इस इवेंट के फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। अगर वो मेडल जीतती हैं तो वह उनके जन्मदिन का सबसे बड़ा तोहफा होगा|
इस मौके पर दीपा के पिता दुलाल कर्मकार ने कहा कि चिंता के कारण उनका परिवार सारी रात सो नहीं सका लेकिन अब जब दीपा फाइनल में पहुंच गईहैं तो हम सब बहुत खुश हैं।
कर्मकार ने समाचार एजेंसी एएनआई को कहा, ‘कल (9 अगस्त) दीपा का जन्मदिन है। अगर वह मेडल जीत जाती हैं तो यह उनके लिए जन्मदिन का सबसे बड़ा तोहफा होगा।
52 सालों के बाद ओलिंपिक खेलों की जिम्नैस्टिक स्पर्धा में पहली भारतीय महिला ऐथलीट के तौर पर प्रवेश कर दीपा पहले ही इतिहास रच चुकी हैं। दीपा अगर मेडल जीत जाती हैं तो वह भारत के लिए एक और इतिहास रच देंगी।