Realme ने अपने पहले ट्रू वायरलेस ईयरबड्स Realme Buds Air को दिसंबर के महीने लॉन्च किया था. इसका डिजाइन ऐपल के AirPods से काफी हद तक मिलता जुलता है.
हालांकि Realme के वायरलेस बड्स की कीमत काफी कम है. हमने इन Buds Air को काफी समय तक इस्तेमाल किया है और अब हम इसका रिव्यू आप तक पहुंचा रहे हैं. रियलमी बड्स एयर की कीमत भारत 3,999 रुपये रखी गई है.
जैसा कि हमने ऊपर बताया इसका डिजाइन काफी हद तक ऐपल के AirPods से मिलता जुलता है. ये बड्स एयर चार्जिंग के साथ आते हैं, जोकि काफी छोटा है और जिसे बेहद आसानी से कैरी किया जा सकता है. हमने व्हाइट कलर ऑप्शन को रिव्यू में शामिल किया है. बाकी ग्राहकों के पास इसके ब्लैक और येलो कलर का भी ऑप्शन रहेगा.
बहरहाल व्हाइट कलर ऑप्शन के बारे में बात करें तो यहां चार्जिंग केस में पीछे की तरह बेहद छोटे अक्षरों में ‘डिजाइन्ड बाय रियलमी’ लिखा है जो केस के लुक को सपोर्ट करता है.
साथ ही यहां बॉटम में USB टाइप-सी पोर्ट दिया गया है, जो फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है. वहीं फ्रंट में यहां एक बटन दिया गया है, जिसे डिवाइस पेयरिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही इसके ऊपर LED इंडिकेटर लाइट भी दी गई है. जो बैटरी के हिसाब से ग्रीन, येलो और रेड हो जाती है. ये चार्जिंग केस वायरलेस चार्जिंग को भी सपोर्ट करता है.
अब केवल बड्स की बात करें तो 4.2 ग्राम है. ये बेहद हल्का है. आमतौर पर बड्स के साथ ये दिक्कत होती है इनकी कानों में फिटिंग बेहतर नहीं होती है. लेकिन बड्स एयर में रबर की ग्रिप नहीं होने के बावजूद भी ये कानों से फिसलते नहीं है. ओवरऑल तौर पर बात करें तो बड्स और चार्जिंग केस दोनों ही काफी प्रीमियम दिखते हैं और काफी हल्के हैं.
सबसे पहले आपको बता दें रियलमी बड्स एयर में कनेक्टिविटी के लिए ब्लूटूथ 5.0 का सपोर्ट दिया गया है और ये बेहद तेजी से किसी भी डिवाइस के साथ पेयर हो जाता है.
केवल आपको एक बार चार्जिंग केस ओपन कर बटन को प्रेस कर रखना होगा और अपने पसंदीदा डिवाइस के साथ इसे पेयर करना होगा. अगली बार से चार्जिंग केस ओपन करते ही ये आपके पुराने डिवाइस से खुद ही पेयर हो जाएगा.
इसमें गूगल फास्ट पेयर टेक्नोलॉजी का सपोर्ट दिया गया है. साथ ही ये 10 मीटर तक कनेक्टिविटी रेंज देता है. बड्स की बात करें तो इसमें ऑटो वियर डिटेक्शन का सपोर्ट दिया गया है, जो कि काफी बेहतरीन तरीके से काम करता है. जैसे ही आप दोनों बड्स में से किसी एक को भी कान से बाहर निकालेंगे ये काम करना बंद कर देते हैं, लेकिन दोबारा कानों में लगाते ही मीडिया ऑटो प्ले हो जाता है.