अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग को लेकर हंगामा किया और आसन के समीप जाकर नारेबाजी की. तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सदस्यों ने भी राज्य में आरक्षण कोटे में बढ़ोतरी के मुद्दे पर अपनी मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की. शिवसेना के सदस्यों ने भी मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग की.

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने एवं शांत रहने की अपील की लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा. शोर शराबा थमता नहीं देख उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इन्हीं मुद्दों को लेकर कल भी सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी और पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी थी.