हरियाणा में गुटबाजी का शिकार हुई कांग्रेस को बचाने के लिए नेता प्रतिपक्ष हुड्डा ने पार्टी में डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। टिकट कटने से नाराज अन्य नेताओं को मनाने के लिए खुद हुड्डा ने मोर्चा संभाल लिया है। एक कार्यक्रम में मौके की नजाकत को समझते हुए हुड्डा ने कुलदीप शर्मा की तारीफ में मंच से कसीदे पढ़े और उन्हें अपना साथी करार दिया।
हरियाणा में धड़ों में बटी कांग्रेस में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के पार्टी छोड़ने के बाद विरोधी धड़ा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह पर हमलावर है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष हुड्डा ने भी मोर्चा संभाल लिया है और पार्टी में डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। टिकट कटने से नाराज अन्य नेताओं को मनाने के लिए खुद हुड्डा ने मोर्चा संभाल लिया है। पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा को साधने के बाद अब वह अपने रिशतेदार और दिग्गज नेता कर्ण दलाल को भी मनाने में जुटे हैं। इनके अलावा, समालखा के विधायक धर्म सिंह छोक्कर के साथ साथ अन्य नेताओं के साथ भी संपर्क साधा जा रहा है।
लोकसभा चुनावों में किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी, बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह, कर्ण दलाल और कैप्टन अजय यादव की टिकटें कटी थी। इसी प्रकार, करनाल से खुद या अपने बेटे चाणक्य शर्मा को लांच करने की तैयारी में कुलदीप शर्मा को भी झटका मिला था। हालांकि, कर्ण दलाल और कुलदीप शर्मा दोनों ही पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास माने जाते हैं, लेकिन टिकट नहीं मिलने की नाराजगी दोनों खुलकर जाहिर कर चुके हैं।
मौके की नजाकत को समझते हुए हुड्डा ने कुलदीप शर्मा की तारीफ में मंच से कसीदे पढ़े और उन्हें अपना साथी करार दिया। हुड्डा ने कहा कि, अगर कुलदीप शर्मा छोड़ना भी चाहेगा तो भी वह उसे नहीं छोड़ेंगे। दूसरा, खुद शर्मा ने कहा कि वह कांग्रेस छोड़ने वाले नहीं हैं। इसके बाद हुड्डा ने कर्ण दलाल और विधायक धर्म सिंह छोक्कर को भी संपर्क किया है। हुड्डा अपने समर्थकों को सरकार आने पर अच्छी जगह एडजेस्ट करने की दुहाई दे रहे हैं। हालांकि, यह तो समय ही बताएगा कि 2024 में किसकी सरकार बनती है और कौन नेता किस पार्टी में जाता है।
…और नेता टूटे तो कांग्रेस के लिए होगी दिक्कत
दरअसल, हुड्डा विरोधी गुट किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़ने को लेकर हाईकमान को यह संदेश देने की कोशिश में है कि हरियाणा कांग्रेस में एक धड़े का कब्जा है और दूसरे लोगों को सुनवाई नहीं हो पा रही है। प्रदेशाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष के साथ साथ हरियाणा प्रभारी पर भी एक तरफा होने के आरोप लगते रहे हैं। इसलिए अगर अब और कोई विधायक या कोई बड़ा नेता कांग्रेस छोड़ता है तो यकीनन हुड्डा पर इसका असर पड़ना तय है। उधर, संभावना है कि जीटी रोड से एक कांग्रेस के विधायक की मुशिकलें बढती जा रही हैं, इसलिए अब भी भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं।
कांग्रेस में कई पूर्व विधायक हो चुके शामिल
बता दें कि हरियाणा कांग्रेस में 40 से अधिक पूर्व विधायक और पूर्व सांसद शामिल हो चुके हैं। इनके अलावा, भाजपा के कुछ विधायकों पर भी कांग्रेस की नजर है। लोकसभा चुनावों में गन्नोर से भाजपा विधायक निर्मल चौधरी के पति की आडियो तक वायरल हो गई थी। आडियो में उन्होंने हुड्डा प्रेम अलापा था। इनके अलावा, भी नाराज चल रहे कुछ भाजपा विधायकों को साधने की कोशिशें जारी हैं।