लुधियाना लोकसभा सीट पर बर्गर का काम करने वाले रविंदर पाल सिंह (बाबा जी बर्गर वाले) भी आजाद उम्मीदवार के तौर पर दूसरी बार किस्मत आजमा रहे हैं। वह दिन में अपने दोपहिया वाहन पर चुनाव प्रचार करते हैं और शाम को बाबा दीप सिंह चौंक में अपनी बर्गर वाली रेहड़ी पर बर्गर का काम करते हैं। युवाओं को आकर्षित करने के लिए रविंदर पाल सिंह ने अपने बर्गर को ‘जग्गा डाकू बर्गर’, ‘पंजाब पुलिस बर्गर’ और ‘ए,के. 47 बर्गर’ जैसे नाम दिए हुए हैं और उनके यह बर्गर लुधियाना में बहुत लोकप्रिय है।
इस दौरान चुनाव आयोग द्वारा उनकी सुरक्षा के लिए उपलब्ध करवाया गया सुरक्षा कर्मी भी बर्गर वाली रेहड़ी पर ही रहता है। रविंदर पाल सिंह 7 बहनों के इकलौते भाई हैं और जब वह नौवीं कक्षा में पढ़ते थे तो उनके पिता की मौत हो गई। उसके बाद घर की जिम्मेवारी उनके ऊपर आ गई और उन्होंने अपने परिवार का बर्गर बेचने का काम संभाल लिया और 2007 से वह बर्गर बेच रहे हैं। पंजाब को ड्रग्स और कैंसर से मुक्त करने के अलावा सबको सस्ती शिक्षा मुहैया करवाना रविंदर पाल सिंह के चुनावी मुद्दे हैं।