नई दिल्ली: विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त दावोस में हैं. वह इस बैठक में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत की भविष्य की गतिविधियों पर अपना ‘विजन’ पेश करेंगे. पूरी दुनिया के सामने वह न्यू इंडिया की तस्वीर रखेंगे. इस बैठक से इतर पीएम मोदी ने स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से मुलाकात की और उनसे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की.
मोदी ने एक ट्वीट कर कहा, दावोस पहुंचने पर मैंने स्विस कन्फेडरेशन के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से बातचीत की.हमने द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं की समीक्षा की तथा इसे और मजबूत बनाने पर चर्चा की. वहीं बर्सेट ने कहा कि यह चर्चा दुनिया के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों की मुलाकात दर्शाती है. मोदी का आभार जताते हुए स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति ने कहा कि वह भारत के साथ हमारे संबंध और मजबूत करना जारी रखेंगे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा, बर्फबारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्विस राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने लोकतंत्र और विविधता के साझा मूल्यों पर बने हमारे द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के कदमों पर रचनात्मक बातचीत की. सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने कर सूचना के स्वत: आदान प्रदान पर हुई प्रगति पर भी चर्चा की.
इसके अलावा पीएम मोदी ने दावोस में टॉप ग्लोबल कंपनियों के सीईओ के साथ भी बैठक की. इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर दी. उन्होंने ट्वीट किया, पीएम मोदी ने सभी बड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ राउंड टेबल मीटिंग की. उन्होंने मीटिंग में भारत की प्रगति और वहां मौजूद अवसरों के बारे में बात की.
इसके अलावा स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ द्विपक्षीय बैठक करने का भी मोदी का कार्यक्रम है. प्रधानमंत्री विश्व आर्थिक मंच के पूर्ण सत्र में एक मुख्य भाषण देंगे और मोदी वैश्विक व्यापारिक समुदाय के सदस्यों से बातचीत करेंगे. इस साल के सम्मेलन का विषय ‘क्रिएटिंग ए शेयर्ड फ्यूचर इन ए फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’है.
मोदी ने देश से रवाना होने से पहले कहा था कि भारत का अन्य देशों के साथ संबंधों का हालिया वर्षों में विस्तार हुआ है. बाहरी दुनिया के साथ देश के संबंध वास्तव में बहुआयामी हुए हैं, जिनमें राजनीतिक, आर्थिक, लोगों से लोगों के बीच और सुरक्षा तथा अन्य आयाम शामिल हैं.
उन्होंने कहा था, ‘‘दावोस में, मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के भविष्य के संबंध के लिए अपने विजन को साझा करने की आशा करता हूं. विश्व आर्थिक मंच की 48वीं सालाना बैठक में कारोबार, राजनीति, कला, अकादमिक और सिविल सोसायटी से विश्व के 3,000 से भी अधिक नेता भाग ले रहे हैं. इसमें भारत से 130 से भी अधिक लोग भाग ले रहे हैं. वर्ष 1997 में एच डी देवगौडा की यात्रा के बाद करीब 20 वर्षों में दावोस बैठक में शामिल होने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं.