नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जाफना में दुरईअप्पा स्टेडियम का उद्घाटन किया। पीएम मोदी के शुभारंभ करने के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना भी शामिल थे। दरअसल दोनों ही शीर्ष नेताओं ने जिस स्टेडियम का लोकार्पण किया। उसका कुछ समय पूर्व ही जीर्णोद्धार किया गया है। शुभारंभ समारोह के तहत सिरीसेना स्टेडियम में मौजूद थे।
पीएम मोदी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नईदिल्ली के समारोह में जुड़े हुए हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का यह मानना है कि उसकी आर्थिक तरक्की से पड़ोसियों को लाभ मिलना चाहिए। एतिहासिक दिन करार देते हुए मोदी ने यह विश्वास जताय कि अपने नागरिकों हेतु प्रगति और समृद्धि का रास्ता तैयार करने का प्रयास भारत और श्रीलंका दोनों ही देशों को करना होगा।
उनका कहना था कि भारत आर्थिक तौर पर समृद्ध श्रीलंका को देखने का इरादा रखता है। एक ऐसे देश जहां पर लोगों के मध्य एकता और अखंडता, शांति, सद्भाव, सुरक्षा और समान अवसर और स्वाभिमान हो। उनका कहना था कि श्रीलंका और भारत दोनों के ही संबंध केवल सरकारों के दायरे तक ही सीमित नहीं हैं। वे इतिहास, संस्कृति, भाषा, कला और भूगोल के माध्यम से समृद्ध संपर्क में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि संचार के आधुनिक उपकरणों के चलते श्रीलंका की मित्रवत जनता और भारत के 125 करोड़ लोग इस तरह के जश्न में सम्मिलित हुए हैं।
PM मोदी ने श्रीलंका की मेहनत को दिया दाद
PM मोदी ने कहा कि स्टेडियम का काम सफलतापूर्वक संपन्न होना एक तरह का संकेत है। यह श्रीलंका के अतीत को पीछे छोड़ देता है। इसके चलते समृद्ध भविष्य का वायदा किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुरईअप्पा स्टेडियम सिर्फ ईंट और गारे इमारत नहीं है। यह बात आशावाद और आर्थिक विकास को भी दर्शाता है। मिली जानकारी के अनुसार जाफना के युवाओं के समृद्ध और स्वस्थ्य भविष्य का यह एक क्षेत्र है।
इस तरह की हिंसा की विरासत को त्यागने और आर्थिक विकास का रास्ता पकड़ने की यह एक तरह की प्रतिबद्धता है। श्रीलंका की ओर से कहा गया कि दुरईअप्पा स्टेडियम दोनों ही देशों के सहयोग की भावना का परिचायक है। श्रीलंका के विकास हेतु भारत का सहयोग मित्रता का एक संकल्प है। यह किसी तरह की प्राथमिकताओं पर ही निर्भर है। लोगों की जरूरतें इसका विश्वास है। जिस पर लोग निर्भर रह सकते हैं।
इस दौरान प्रगधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लगभग 20 वर्ष के बाद उत्साह और वाहवाही से दुरईअप्पा स्टेडियम की आत्मा जागृत हो जाएगी। उनका कहना था कि सभी हजारों किलोमीटर दूर दिल्ली में ही बैठे हुए हैं। मगर जाफना में जीवंतता की नब्ज और परिवर्तन के माहौल का अनुभव किया जा सकता है।
श्रीलंकाई राष्ट्रपति सिरीसेना ने इस मामले में कहा कि इस तरह के स्टेडियम को सुलह के केंद्र के रूप में वे भारत के साथ निर्माणी साझेदारी को देखते हैं। उनका कहना था कि यहां पर जाति, नस्ल, धर्म आदि का अंतर नहीं है। खेल आपस में समन्वय और सुलह के प्रतीक होते हैं। यही यहां पर नज़र आ रहा है।