लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की करतूत के बाद भारत आर्थिक मोर्चे पर ड्रैगन को चोट पहुंचा रहा है. 59 चीनी ऐप्स को बैन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो से हटने का फैसला लिया है.
पीएम मोदी साल 2015 में वीबो से जुड़े थे. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पीएम मोदी ने ये फैसला चीन के 59 ऐप्स को बैन करने के बाद लिया है.
सूत्रों के हवाले से कहा कि वीआईपी अकाउंट डिलीट करने की प्रक्रिया जटिल होती है. हालांकि, अकाउंट डिलीट करने की आधिकारिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
चीन की तरफ से इसकी इजाजत दिए जाने में काफी देर की जा रही है और इसका कारण नहीं बताया गया है. पीएम मोदी ने इस पर 115 पोस्ट की हैं और इनमें से 113 को हटा दिया गया है.
बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. इस घटना के बाद भारत ने चीन को सबक सिखाने की ठान ली है.
भारत फिलहाल आर्थिक मोर्चे पर चीन को चोट पहुंच रहा है. सोमवार को ही मोदी सरकार ने टिकटॉक, शेयरइट, हेलो, यूसी ब्राउजर और वीचैट समेत कुल 59 ऐप को बैन कर दिया.
वहीं, भारत अब सभी हाइवे प्रोजेक्ट्स में चीनी कंपनियों को बैन करने की तैयारी कर रहा है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी. चीनी कंपनियों को संयुक्त उद्यम पार्टनर (JV) के रूप में भी काम नहीं करने दिया जाएगा. इससे पहले रेलवे के कई ठेकों से चीनी कंपनियों को बाहर कर दिया गया था.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal
