इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भ्रष्टाचार, रिश्वत और विश्वासघात तीनों के आरोपों में अभियोग का सामना करेंगे। यह इजराइल के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब कोई सत्तासीन पीएम आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है।

इजराइल के अटार्नी जनरल ने पीएम नेतन्याहू के वकील और संसद के स्पीकर दोनों को अभियोग की कॉपी भेज दी है और न्याय मंत्रालय ने उनको पद से हटाने की कार्रवाई शुरू करने को कहा है।
इन आरोपों में सबसे तकलीफदेह आरोप ‘केस 4000’ का है, जिसमें पीएम नेतन्याहू और उनकी पत्नी के देश की अग्रणी टेली कम्यूनिकेशन कंपनी के दिग्गज के साथ संबंध बताए गए हैं। आरोपों में कहा गया है कि पीएम नेतन्याहू जब टेलीकॉम सेक्टर में मंत्री थे उस वक्त उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए शाउल एलोवित्ज को सैकड़ों मिलियन डॉलर का फायदा पहुंचाया था। इसके बदले में शाउल एलोवित्ज के स्वामित्व वाली एक न्यूज वेबसाइट में बेंजामिन नेतन्याहू के पक्ष में सकारात्मक प्रचार-प्रसार की अनुमति प्रदान की थी।
इसके अलावा पुलिस ने रिश्वत के दो दूसरे मामलों में भी आरोपों की सिफारिश की है। इसमें से एक मामले में पीएम नेतन्याहू ने एक कारोबारी से दो लाख डॉलर के उपहार उस व्यापारी के हितों को साधने के बदले में लिए थे।
एक अन्य आरोप पीएम नेतन्याहू और इजराइल के सबसे बड़े समाचार पत्र के प्रकाशक अर्नोन के बीच एक रिश्वत के मामले का है। गौरतलब है इजराइल में किसी भी दल को बहुमत न मिलने की वजह से दो बार चुनाव हो चुके हैं और तीसरी बार चुनाव की तैयारी की जा रही है।
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